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बच्चों ने पेश की स्‍मार्ट सिटी मॉडल तो दंग रह गए लोग

ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित दक्षिणी दिल्ली नगर निगम प्राथमिक विद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय विज्ञान मेले में बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल पेश किए।

By Edited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:56 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 08:29 PM (IST)
बच्चों ने पेश की स्‍मार्ट सिटी मॉडल तो दंग रह गए लोग
बच्चों ने पेश की स्‍मार्ट सिटी मॉडल तो दंग रह गए लोग

नई दिल्लीए जेएनएन। ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित दक्षिणी दिल्ली नगर निगम प्राथमिक विद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय विज्ञान मेले में बच्चों ने एक से बढ़कर एक मॉडल पेश किए। मेले में आने वाले निगम के अधिकारियों व अन्य लोगों को बच्चे अपने मॉडल्स के बारे में जानकारी भी दे रहे हैं। बच्चों ने पर्यावरण, ऊर्जा व जल संरक्षण, पनबिजली, सोलर ऊर्जा उत्पादन, कृषि उन्नयन, स्वास्थ्य, पर्यावरण, स्मार्ट सिटी, सड़क सुरक्षा, महिला कल्याण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, कौशल विकास, खेल-खेल में गणित, भाषा मेला, रोबोटिक्स, ई-व्हीकल व बाइस्कोप आदि मॉडल तैयार किए।

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बाइस्कोप में बच्चों ने बटर पेपर के पीछे से पड़ रहे प्रकाश के कारण परछाइयों के जरिये जीव-जंतुओं के बारे में जागरूक किया। बृहस्पतिवार को शिक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ.नंदिनी शर्मा, स्थायी समिति के सदस्य राजपाल सिंह, सेंट्रल जोन की उपनिदेशक (शिक्षा) अनीता नौडियाल, स्कूल इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार आदि ने बच्चों के मॉडल्स देखे।

एक मॉडल में बच्चों ने कौशल विकास के लिए जरूरी टूल्स प्रदर्शित किए। इसमें ब्यूटी पार्लर से लेकर सिलाई-कढ़ाई व मोटर मेकेनिक तक के काम व इसमें इस्तेमाल होने वाले औजार प्रदर्शित किए गए। बच्चों ने पार्क में विभिन्न झूलों के चलने व इसके घर्षण से उत्पन्न होने वाले ऊर्जा को पार्क के झरने, स्ट्रीट लाइटों व अन्य कामों में इस्तेमाल करने का मॉडल भी पेश किया।

मदनपुर खादर फेस-3 के बच्चों ने भाषा मेला में कविताओं के माध्यम से स्त्रीलिंग, पुल्लिंग व संख्या आदि का पाठ सिखाने की कला दिखाई। स्कूल की इंचार्ज गुड़िया नूरजहां ने बच्चों को इसकी तैयारी कराई। मेजबान स्कूली के प्रिंसिपल मनसब जोशी ने बच्चों को कई मॉडल तैयार करवाए।

बच्चों ने महात्मा गांधी पर आधारित प्रदर्शनी लगाई। इसमें बच्चे लगातार रघुपति राघव राजा राम.. भजन गा रहे हैं। एक बच्चे ने गांधी जी के वेश में चरखे पर सूत कातते हुए लोगों को स्वदेशी वस्त्र पहनने के लिए प्रेरित किया।

बच्चों ने सौर मंडल व बेकार वस्तुओं से उपयोगी चीजें बनाने का मॉडल भी पेश किया। मेले में कृषि व मृदा संरक्षण से संबंधित कई मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं। एक बच्चे ने भीष्म कुर्सी भी बनाई, जिसमें कीलों को इस तरह से लगाया गया है कि इस पर बैठने पर ये चुभती नहीं कैं।


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