Schools Reopen in Delhi: बारिश के बीच उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे छात्र, बताया कैसा रहा पहला दिन
Schools Reopen in Delhi नौंवी से बारहवीं तक के छात्रों के लिए स्कूल बुधवार से खुल गए। बारिश की बूंदों के बीच छाता लेकर पहुंचे छात्रों के चेहरे पर मुस्कान इस बात की गवाही दे रही थी कि वे इस दिन का इंतजार पिछले काफी समय से कर रहे थे।
नई दिल्ली [भगवान झा]। कोरोना संकट के बीच नौंवी से बारहवीं तक के छात्रों के लिए स्कूल बुधवार से खुल गए। बारिश की बूंदों के बीच छाता लेकर पहुंचे छात्रों के चेहरे पर मुस्कान इस बात की गवाही दे रही थी कि वे इस दिन का इंतजार पिछले काफी समय से कर रहे थे। स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग के नियमों का पूरी तरह पालन किया जा रहा था। परिसर में छात्रों के पहुंचते ही उनके हाथ को सैनिटाइज किया जा रहा था। साथ ही कक्षा के दौरान छात्रों को दूर-दूर बिठाया जा रहा था। पूरी सतर्कता के बीच शुरू हुई पढ़ाई छात्रों को काफी भा रही थी।
द्वारका स्थित श्रीवेंकटेश्वर इंटरनेशनल स्कूल में छात्र बारिश के बीच पहुंच रहे थे। स्कूल परिसर में जागरूकता पोस्टर भी लगाए गए हैं जिसपर क्या करें और क्या नहीं करें, इस बात का उल्लेख है। स्कूल में पहुंचते ही छात्रों को सबसे पहले कोरोना से बचाव के नियमों के बारे में बताया गया। छात्रों ने कहा कि अभी तक आनलाइन कक्षा चल रही थी। अब दोबारा से स्कूल में कक्षाएं आयोजित की जा रही है। इससे हमारी पढ़ाई और बेहतर होगी। इसी तरह गवर्नमेंट को-एड सीनियर सेकेंड्री स्कूल पाकेट-3 बिंदापुर में सात बजे से कक्षा का आयोजन किया गया। यहां पर भी पूरी सतर्कता बरती जा रही थी। छात्रों के पहुंचते ही मुख्य द्वार पर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग हो रही थी। इसके बाद छात्र अपने हाथ सैनिटाइज करने के बाद कक्षा में जा रहे थे। यहां पर अगर कोई छात्र भूलवश बिना मास्क के आता है तो स्कूल की ओर से मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्कूल आकर क्या बोले छात्र
दसवीं में पढ़ने वाले हिमांशु ने बताया कि वह स्कूल आकर बहुत खुश हैं। हमें आफलाइन कक्षा में अच्छी सुविधाएं मिलती है। आनलाइन पढ़ाई समझने में काफी दिक्कत हो रही थी। मोबाइल पर लगातार देखने से हमारी आंखों पर भी असर पड़ रहा था। वहीं, दशवीं के छात्र पुष्कर ने कहा कि जब सरकार ने स्कूल खोलने की बात कही तभी से हम स्कूल आने को उत्सुक थे। अब हमसे और इंतजार नहीं हो रहा था। नेटवर्क की समस्या के कारण घर पर पढ़ाई कर पाना भी मुश्किल हो रहा था।
दसवीं की छात्रा दीपिका ने कहा कि हम स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए स्कूल आने के लिए पिछले काफी समय से उत्सुक थे। आनलाइन पढ़ाई के दौरान दोस्तों से मुलाकात नहीं हो पा रही थी। साथ ही विषय को समझने में भी परेशानी हो रही थी। वहीं, नौंवी की छात्रा प्रीति ने बताया कि स्कूल वाला वातावरण घर पर नहीं मिल सकता है। ऐसे में हमने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए स्कूल में अपनी पढ़ाई शुरू कर दी है। कोरोना के मद्देनजर स्कूल में सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए हैं।
गवर्नमेंट को-एड सीनियर सेकेंड्री स्कूल पाकेट-3 बिंदापुर के उप प्रधानाचार्य डा नागेंद्र प्रसाद ने कहा कि दिल्ली सरकार के निर्देशानुसार व्यवस्थित तरीके से स्कूल खोल दिया गया है। हमें खुशी है की बच्चे अब स्कूल आ सकेंगे और उनकी पढ़ाई पहले की भांति दोबारा से शुरू हो गई है।
क्या-क्या रखें सावधानी
- हर समय मास्क पहने रहें
- समय-समय पर हाथ धोते रहें
- छींकते व खांसते समय अपना मुंह व नाक रूमाल से ढकें
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें
- अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो रही है तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें