दिल्ली में आतंकी हमले की आशंका के बीच सरकारी स्कूल में बम की अफवाह से हड़कंप
दिल्ली के गोल मार्केट स्थित केंद्रीय विद्यालय में टाइम बम रखे होने की झूठी सूचना देने वाले शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान बाड़ा हिंदू निवासी शारिक के रूप में हुई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। hoax bomb threat triggered panic at Kendriya Vidyalaya in Delhi: देश की राजधानी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में उस समय अचानक मच गया, जब वहां बम होने की अफवाड़ उड़ी। स्कूल प्रबंधन ने बिना देर किए सारी बच्चों को उनकी कक्षा से बाहर निकला फिर स्कूल की जांच की गई। शुक्र रहा कि बम की सूचना मात्र अफवाह निकली। पूरा मामला दिल्ली के गोल मार्केट इलाके के केंद्रीय विद्यालय का है। बताया जा रहा है कि स्कूल के एक शिक्षक के पास बम होने का मैसेज आया था, जिसमें कहा गया था कि स्कूल में बम लगा दिया गया है, जो कभी भी फट सकता है।
वहीं, गोल मार्केट स्थित केंद्रीय विद्यालय (केवी) में टाइम बम रखे होने की झूठी सूचना देने वाले शख्स को पुलिस ने शुक्रवार गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान बाड़ा हिंदू निवासी शारिक अख्तर के रूप में हुई है। उसने पड़ोसी से झगड़े का बदला लेने के लिए उनके नाम पर फर्जी तरीके से सिम लिया था और उसी नंबर से झूठी सूचना दी थी। शारिक केंद्रीय विद्यालय में दाखिला दिलाने के लिए पांच साल से लाइजनिंग एजेंट का काम कर रहा था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि उसने रुपये लेकर केंद्रीय विद्यालय में कितने बच्चों को का दाखिला कराया और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं।
डीसीपी ईश सिंघल ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल पंकज कुमार ने गुरुवार को पुलिस को विद्यालय में बम होने की सूचना संबंधी जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि एक शख्स ने विद्यालय के एक शिक्षक के मोबाइल फोन पर वाट्सएप पर सूचना भेजकर कहा, ‘केंद्रीय विद्यालय में टाइम बम रखा है और वह 4.30 से 5.30 के बीच फटेगा। यह सीरियल ब्लास्ट है, जो 3, 4 और 5 अक्टूबर को अलग-अलग केंद्रीय विद्यालयों में होगा। इसे मजाक न समझा जाए, क्योंकि मैंने इस संबंध में तीन दहशतगर्दो को बात करते हुए सुना है।’
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आई। मौके पर बम निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वॉड भेजा गया। विद्यालय के करीब दो हजार बच्चों और शिक्षकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। जांच में विद्यालय में बम नहीं मिला। इसके बाद झूठी सूचना देने वाले की तलाश शुरू की गई। नॉर्थ एवेन्यू थाने के एसएचओ ज्ञानेंद्र राजा की टीम को इसकी जिम्मेदारी दी गई।
सर्विलांस की मदद से पुलिस ने सदर बाजार के बाड़ा हंिदूूराव इलाके से शारिक अख्तर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि रुपये के लेन-देन को लेकर दो साल पहले उसका पड़ोसी साजिद खान से झगड़ा हुआ था। उन्हें फंसाने के मकसद से उसने उनके आधार कार्ड के जरिये फर्जी तरीके से सिम कार्ड लिया था। उस नंबर से उसने केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक को वाट्सएप पर सूचना भेजी थी। पुलिस जांच कर रही है फर्जी तरीके से सिम दिलाने में उसकी किसने मदद की थी।
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