Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी हिंसा का क्या 2020 के दंगों से भी है कनेक्शन? आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस का सनसनीखेज दावा
Jahangirpuri Violence Case 2022 जहांगीरपुरी हिंसा में रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र दायर किया है। 2063 पेज के आरोपपत्र में गिरफ्तार किए गए 37 आरोपितों व फरार चल रहे आठ आरोपितों के भी नाम हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवादादाता। Jahangirpuri Violence Case 2022: फरवरी, 2020 में उत्तर पूर्व दिल्ली में हुए दंगों का अप्रैल, 2022 में हुई जहांगीरपुरी हिंसा से कनेक्शन है। यह दावा दिल्ली पुलिस की ओर से रोहिणी कोर्ट में जहांगीपुरी हिंसा को लेकर दायर आरोपपत्र में किया गया है।
देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में अप्रैल में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से दायर आरोपपत्र पर गुरुवार को रोहिणी कोर्ट की ओर से संज्ञान लिया गया है। बता दें कि इस हिंसा में दिल्ली पुलिस के कई जवान भी घायल हुए थे, यहां तक एक अधिकारी को गोली तक लगी थी।
2020 के दंगों से है जहांगरीपुरी हिंसा का कनेक्शन
रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस की ओर से 14 जुलाई को दायर हजारों पन्नों के आरोपपत्र में दावा किया गया था कि यह घटना वर्ष 2019 व 2020 में शाहीन बाग व उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में हुए दंगे के क्रम में की गई थी। वहीं, फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
आरोपपत्र में कुल 45 लोगों के नाम
रोहिणी कोर्ट मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट दीपिका सिंह (Rohini Court Chief Metropolitan Magistrate Deepika Singh) ने आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में पेश होने के लिए प्रोडक्शन वारंट व समन जारी किया है। एक पक्ष के वकील राकेश कौशिक ने बताया कि मामले में अगली सुनवाई छह अगस्त को होगी। दिल्ली पुलिस की ओर से दायर 2063 पेज के आरोपपत्र में गिरफ्तार किए गए 37 आरोपितों व फरार चल रहे आठ आरोपितों के नाम हैं।
हनुमान जन्मोत्सव के दौरान हुई थी हिंसा
आरोपपत्र में आपराधिक साजिश, दंगा, हत्या का प्रयास, लोक सेवक पर हमला और उसके काम में बाधा डालना, शस्त्र अधिनियम आदि अपराध शामिल हैं। अप्रैल 2022 में जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच झड़पें हुई थीं, जिसमें आठ पुलिस कर्मियों समेत नौ लोग घायल हुए थे। पुलिस के अनुसार, झड़प के दौरान पथराव और आगजनी हुई थी, जिसमें कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था।