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आद्या को इंसाफ का इंतजार, SIT के समक्ष नहीं पेश हुआ रॉकलैंड प्रबंधन

दिल्ली के द्वारका निवासी जयंत सिंह ने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में अपने बेटी आद्या को भर्ती कराने से पहले दिल्ली के रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया था।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 19 Dec 2017 04:01 PM (IST)Updated: Tue, 19 Dec 2017 04:01 PM (IST)
आद्या को इंसाफ का इंतजार, SIT के समक्ष नहीं पेश हुआ रॉकलैंड प्रबंधन
आद्या को इंसाफ का इंतजार, SIT के समक्ष नहीं पेश हुआ रॉकलैंड प्रबंधन

गुरुग्राम [ जेएनएन ] । डेंगू से पीडि़त सात साल की बच्ची आद्या की मौत मामले में एसआइटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए सोमवार को रॉकलैंड प्रबंधन नहीं पहुंचा। दो दिन पहले प्रबंधन को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया था।

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प्रबंधन से सवाल किया गया है कि क्या उसने दिल्ली सरकार को आद्या को डेंगू होने की जानकारी भेजी थी। एसआइटी प्रमुख व एसीपी (डीएलएफ) अनिल यादव का कहना है कि नोटिस का जवाब देने के लिए तीन से चार दिन का समय दिया गया है। इस दौरान यदि जवाब नहीं दिया जाएगा फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दिल्ली के द्वारका निवासी जयंत सिंह ने गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में अपने बेटी आद्या को भर्ती कराने से पहले दिल्ली के रॉकलैंड अस्पताल में भर्ती कराया था। उस दौरान उसे डेंगू की शिकायत थी। नियमानुसार डेंगू की शिकायत होने पर प्रशासन को जानकारी देना अनिवार्य है।

फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन ने भी जानकारी नहीं थी, इस वजह से मामला दर्ज किया गया है। यदि रॉकलैंड प्रबंधन ने जानकारी नहीं दी होगी तो उसके खिलाफ भी मामला दर्ज होगा। फोर्टिस अस्पताल में 31 अगस्त को दाखिल कराया था।

उसे 14 सितंबर को छुट्टी दे दी गई थी। उसी दिन आद्या की मृत्यु हो गई थी। पिता का आरोप है कि फोर्टिस अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही की वजह से उनकी बेटी की मौत हुई। साथ ही इलाज के दौरान गलत तरीके से 16 लाख रुपये वसूले गए।


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