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Viral Infection: मौसम में बदलाव से इन्फ्लूएंजा और अन्य वायरल संक्रमण का खतरा, ऐसे रखें अपना ख्याल

दिल्ली-एनसीआर सहित देश भर में हाल के दिनों में मौसम में जल्दी-जल्दी बदलाव देखने को मिला है। ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए आपको अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। बुजुर्गों बच्चों सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariPublished: Mon, 30 Jan 2023 07:57 AM (IST)Updated: Mon, 30 Jan 2023 07:57 AM (IST)
Viral Infection: मौसम में बदलाव से इन्फ्लूएंजा और अन्य वायरल संक्रमण का खतरा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। हाल के दिनों में मौसम में जल्दी-जल्दी बदलाव हो रहा है। कभी तापमान थोड़ा बढ़ जाता है तो कभी काफी कम हो जाता है। इस वजह से सांस की बीमारियां व इन्फ्लूएंजा-ए (एच3एन2) का संक्रमण बढ़ गया है। ओपीडी में सांस व इन्फ्लूएंजा-ए संक्रमण के मरीज बढ़ गए हैं।

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डॉक्टरों का कहना है कि इन्फ्लूएंजा-ए से पीड़ित कई मरीजों को आइसीयू में भी भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। शालीमार बाग स्थित फोर्टिस अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. विकास मौर्या ने कहा कि इन दिनों सांस की नली में संक्रमण की वजह से गले में खराश, दर्द, निमोनिया, अस्थमा व इन्फ्लूएंजा-ए के मरीज अधिक देखे जा रहे हैं।

इन्फ्लूएंजा-ए का कारण यह है कि इन दिनों एच3एन2 का संक्रमण फैला हुआ है। परिवार में किसी एक को इसका संक्रमण होने पर अन्य सदस्य भी इसकी चपेट में आ जाते हैं। इससे 104 डिग्री फारेनहाइट तक बुखार तक आ रहा है। बारिश के कारण इसका संक्रमण और बढ़ेगा। बुजुर्गों, बच्चों, सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

बचाव के उपाय

  • बाहर जाने पर मास्क पहने।
  • बुजुर्ग व बच्चों का विशेष ध्यान रखें।
  • घर में किसी को खांसी व बुखार हो तो उसे अलग कमरे में आइसोलेट करके रखना चाहिए। ताकि किसी और को इन्फ्लूएंजा संक्रमण न होने पाए।
  • गुनगुना पानी पीना चाहिए, ठंडी चीजें खाने से बचें।
  • सांस लेने में परेशानी, गले में खराश व दर्द हो तो डाक्टर से संपर्क करें।
  • इन्फ्लूएंजा का टीका हर वर्ष लगाना चाहिए।

आकाश सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के पल्मोनरी मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. अक्षय बुधराजा ने कहा कि इन दिनों बारिश होने पर उसका स्वास्थ्य पर सकारात्मक व नकारात्मक दोनों तरह के असर देखते जाते हैं। बारिश होने के एक दिन बाद प्रदूषण थोड़ा कम हो जाता है। लेकिन, मौसम में जल्दी जल्दी बदलाव की वजह से वायरल संक्रमण, इन्फ्लूएंजा, सर्दी जुकाम, खांसी, ब्रोंकाइटिस व अस्थमा के अटैक बढ़ जाते हैं।

वहीं, अपोलो अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन के विशेषज्ञ डा. सुरनजीत चटर्जी ने कहा कि अचानक मौसम में बदलाव से ब्लड प्रेशर व सांस की परेशानियां बढ़ जाती हैं। इन दिनों सांस की बीमारियां, ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक के मामले भी देखे जा रहे हैं।


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