नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली नगर निगम के बाड़ा हिंदू राव अस्पताल पर किशोरी के शरीर से अंग चोरी करने आरोपों की जांच के लिए बुधवार को मौलाना आजाद मेडिकल कालेज में शव का पोस्टमार्टम किया गया। डॉक्टरों का कहना है पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। वहीं किशोरी के स्वजन अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं है। वह बुधवार देर शाम तक शव काे घर नहीं ले गए हैं। उनका आराेप है मामले की जांच को लेकर हर स्तर पर लापरवाही बरती जा रही है।
पुलिस ने क्या कहा था?
पुलिस द्वारा पहले कहा गया था कि अलग-अलग अस्पताल के डाक्टरों के मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। मौलाना आजाद मेडिकल कालेज के तीन डाक्टरों द्वारा ही पोस्टमार्टम किया गया है।
स्वजन ने लगाई गुहार
स्वजन ने उत्तरी जिले के डीसीपी से दोबारा पोस्टमार्टम के कराने की गुहार लगाई है। बता दें कि 15 वर्षीये रेशम अपने परिवार के साथ न्यू उस्मानपुर में रहती थी। रेशम के पिता जमील ने बताया कि उनकी बेटी को पेट दर्द की शिकायत थी। उन्होंने 21 जनवरी को उसे बाड़ा हिंदू राव अस्पताल में भर्ती करवाया था, डाक्टरों ने कहा कि उसके पेट में गांठ है जिसका आपरेशन किया जाएगा। 24 जनवरी को रेशम के पेट का आपरेशन किया गया। आपरेशन के बाद उनकी बेटी बेहोश थी, डाक्टरों ने उन्हें उससे मिलने नहीं दिया। कहा कि कुछ घंटे में होश आ जाएगा, लेकिन अगले दो दिनों तक उसे होश नहीं आया।
26 जनवरी की सुबह नौ बजे के आसपास डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह शव को लेकर घर आ गए, कफन पहनाते समय घर वालों ने जब शव देखा को उनके होश उड़ गए। पेट पर टेप चिपका हुआ था। टेप को हटाया तो पेट के अंदर काफी पालिथीन भरी हुई थी। परिवार का आरोप है शरीर के अंदर के अंग गायब थे। उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। स्वजन का आरोप है कि डाक्टरों ने किशोरी का ठीक तरह से इलाज नहीं किया, जिससे उसकी मौत हो गई। बाद शरीर के अंग भी निकाल लिए।