बच्चे की हत्या कर 38 दिन तक कमरे में रखा शव, आरोपी खुद को बताता था CBI अफसर
अवधेश ने इलाके में और बच्चे के मां-बाप को बता रखा था वह सीबीआइ में अधिकारी है और सबके बच्चों की नौकरी लगवा देगा।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के स्वरूप नगर इलाके में सात साल के बच्चे (आशीष) की हत्या में नए तथ्य सामने आ रहे हैं। आरोपी अवधेश ने आशीष के शव को 36 इंच साइज वाले ब्रीफकेस में छिपा कर रखा था। शव सही तरीके से ब्रीफकेस में समा जाए, इसके लिए उसने मृत आशीष के हाथ-पैर मोड़ दिए थे।
कमरे में छिड़का परफ्यूम
ब्रीफकेस में शव रखने के बाद आरोपी ने उसके ऊपर से प्लास्टिक की कई परतें डाल दी थीं। इसके बाद उसने ब्रीफकेस को चारों ओर से मोटी व बड़ी चादर से कई बार लपेट कर रस्सियों से बांध दिया था और उस पर ढेर सारा परफ्यूम छिड़क दिया था, ताकि शव का बदबू कमरे से बाहर न जा सके।
लोगों को दिखाता था मरे हुए चूहे
जब एक सप्ताह के बाद धीरे-धीरे बदबू कमरे से बाहर फैलने लगी तो आसपास के लोग असहज महसूस करने लगे थे। इस बात का जब उसे आभास हो गया तो उसने चार पांच चूहे मार कर कमरे में रख दिए। जब उसके बगल के कमरे में रहने वाले लोग उससे बदबू के बारे में पूछते थे तो वह कमरे में चूहे के मरे होने की बात कहता था और लोगों को विश्वास दिलाने के लिए अपने कमरे से मरे हुए चूहे को निकाल कर लोगों को दिखा देता था।
बेहद शातिर था आरोपी
आरोपी इतना शातिर था कि लोगों के सामने चूहे को पास की नालियों में फेंक देता था, लेकिन बाद में लोगों की नजरों से बचाकर चूहे को फिर उठाकर कमरे में रख देता था। वह बदबू को दूर करने के लिए ब्रीफकेस समेत पूरे कमरे में परफ्यूम का छिड़काव करता रहता था।
मन में आ गया था लालच
पुलिस जब आरोपी के कमरे पर पहुंची तो दर्जन से अधिक परफ्यूम की शीशियां भी मिलीं। पुलिस यह मान कर चल रही है कि उसने अपहरण व हत्या की योजना बहुत पहले ही तैयार कर ली थी। अब तक की पूछताछ में उसने पुलिस को बताया है कि वह अक्सर आशीष के दादा की दुकान पर भी जाता था। वह नत्थूपुरा बाजार के सबसे बड़े किराने के कारोबारी हैं। ऐसे में उसे पता था कि आशीष के परिवार का कारोबार अच्छा चल रहा है और उनके पास काफी पैसा है। इस वजह से भी उसके मन में लालच आ गया था।
ऐसे किया बच्चे को किडनैप
पुलिस ने अवधेश से पूछताछ के बाद खुलासा किया है कि वह आशीष को साइकिल दिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया था। फिर बच्चे को थोड़ी दूरी पर अपने किराए के कमरे में ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी ने शव को 38 दिन तक सूटकेस में छिपाकर रखा था। पुलिस की लंबी जांच और पूछताछ के बाद आरोपी ने जुर्म कबूल लिया है।
खुद को बताता था CBI अफसर
अवधेश ने इलाके में और बच्चे के मां-बाप को बता रखा था वह सीबीआइ में अधिकारी है और सबके बच्चों की नौकरी लगवा देगा। इतना ही नहीं, अवधेश कहता था कि वह यूपीएससी अटैम्प्ट कर चुका है। जांच में यह भी पता चला है कि पहले अवधेश बच्चे के घर में ही रहता था, लेकिन बच्चे के पिता को लगा कि अवधेश को ज्यादा वैल्यू दी जा रही है तो उसने उसे घर से बाहर कर दिया।
फिरौती मांगने का बनाया प्लान
अवधेश के मुताबिक इलाके लोग बताते थे कि बच्चे के माता-पिता उसे गाली देते हैं तो गुस्से में उसने आशीष को मार दिया। इसके बाद शव को ठिकाने नहीं लगा सका इसलिए फिरौती नहीं मांगी। आरोपी ने 15 लाख रुपये फिरौती मांगने का प्लान बनाया था।
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