Delhi Politics: पढ़िए हाईकोर्ट के निर्देश के बाद दिल्ली के LG ने ट्वीट कर क्यों कहा सत्यमेव जयते
Delhi Politicsहाइकोर्ट ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को उप राज्यपाल पर झूठे आरोप लगाने से बचने के निर्देश दिए। इसके तत्काल बाद ही उप राज्यपाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रतिक्रिया जाहिर की गई।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। हाइकोर्ट के निर्देशों के बाद उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने तत्काल प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने ट्वीट करके कहा, सत्यमेव जयते। मालूम हो कि हाइकोर्ट ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को उप राज्यपाल पर झूठे आरोप लगाने से बचने के निर्देश दिए। इसके तत्काल बाद ही उप राज्यपाल के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रतिक्रिया जाहिर की गई।
इसमें कहा गया कि सत्यमेव जयते। पता हो कि विधानसभा के हालिया विशेष सत्र के दौरान उप राज्यपाल पर कथित भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। इस मामले पर हो रही नारेबाजी और हंगामे के चलते सदन को भी स्थगित करना पड़ा था। जबकि, कुछ आप नेताओं ने सदन के बाहर भी उप राज्यपाल पर आरोप लगाए थे।
दरअसल, आम आदमी पार्टी (आप) ने हाईकोर्ट के उस अंतरिम आदेश से पूरी तरह असहमति जताई है, जिसमें आप नेताओं को उपराज्यपाल वीके सक्सेना और उनके खिलाफ पोस्ट किए गए कथित अपमानजनक पोस्ट, वीडियो और ट्वीट को हटाने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही उन्हें एलजी के खिलाफ आगे कोई आरोप लगाने से भी रोक दिया है।आप की ओर से कहा गया है, हम दृढ़ता से मानते हैं कि निर्वाचित प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों का कर्तव्य है कि वे नागरिकों के सामने सार्वजनिक महत्व के मामलों को उठाएं। हम अपने देश की न्यायपालिका का सम्मान करते हैं लेकिन किसी भी परिस्थिति में हमें किसी भी शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले उठाने से नहीं रोका जा सकता है।
हम उम्मीद करते हैं कि केंद्र सरकार को उन मामलों की स्वतंत्र जांच करनी चाहिए जो भ्रष्टाचार के आरोपों से संबंधित हैं, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो। सार्वजनिक प्रवचन में सत्य की जीत होनी चाहिए और किसी भी कार्यवाही से पहले यह एक वैध बचाव है।
हम किसी भी कीमत पर सच बोलने से नहीं हिचकिचाएंगे और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सभी उपलब्ध कानूनी उपायों का सहारा लेंगे। उच्च पद पर एक सार्वजनिक व्यक्ति के रूप में, हम उम्मीद करते हैं कि एलजी भी स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे।
अगर कुछ गलत नहीं किया है तो वह किसी जांच से क्यों भाग रहे हैं?वहीं आप'' के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि हम अदालत के आदेश से पूरी तरह और विनम्रता के साथ असहमत हैं। इस आदेश का पूरी तरह अध्ययन करेंगे, वकीलों के साथ इस पर चर्चा करेंगे और अपनी अगली कार्रवाई के बारे में बताएंगे।