सुहागरात के बाद इस दुल्हन का सच उड़ा देगा सबके होश, UP-दिल्ली के साथ विदेश से भी कनेक्शन
खूबसूरत पूजा ने 2013 में दिल्ली के विवेक को सबसे पहला शिकार बनाया और उसके बाद पंजाब के एसआरएस नगर में आइआइटियन को फंसाया। उसे इंस्तांबुल से बुलाया और शादी कर उससे भी वसूली की।
गाजियाबाद, जेएनएन। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में ठग दुल्हन व उसके आठ परिजन-रिश्तेदारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित ने बताया कि एक वैवाहिक वेबसाइट के माध्यम से उनका रिश्ता तय हुआ और शादी के तीन दिन बाद ही पिता की बीमारी का बहाना बना आरोपित महिला उनसे 1.20 लाख रुपये लेकर चंपत हो गई। पीड़ित ने पड़ताल की तो पता चला कि उक्त महिला ने अपनी प्रोफाइल पर फिर से रिश्ता ढूंढ़ रही है। वह इस तरह से करीब एक दर्जन लोगों को चूना लगा चुकी है।
उत्तरी बहराइच निवासी अरविंद मिश्र सोलर पैनल बनाने और ट्रेडिंग का काम करते हैं। पहली पत्नी से तलाक के बाद उन्होंने वैवाहिक वेबसाइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई, जहां पूजा ठाकुर नाम की प्रोफाइल दिखी। पूजा ने खुद को तलाकशुदा और एमबीए पास दिखा रखा था।
अगस्त-2018 में उनकी बातचीत शुरू हुई और आठ मार्च 2019 को गाजियाबाद के बजरिया स्थित आर्य समाज मंदिर में दोनों शादी कर ली। शादी में उन्होंने ज्वेलरी समेत 80 हजार रुपये के गिफ्ट्स उसे दिए। तीन दिन बाद ही वह अपने पिता जयकुमार ठाकुर की तबीयत खराब होने का हवाला देकर चली गई। वह 60 हजार रुपये लेकर गई और फिर खाते में 60 हजार और मंगाए। इसके बाद वह नहीं लौटी और लगातार बहाने बनाती रही।
आइआइटियन को फंसाया
अरविंद के मुताबिक पूजा ने गुरुग्राम में उसके एक केस के बारे में बताया था। पता न चलने पर वह गुरुग्राम गए तो पता चला कि उसने यहां आठ दिसंबर को ही एक व्यक्ति से शादी की और फिर मारपीट व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा उससे आठ लाख रुपये ठग लिए। मुकदमा वापस लेने के एवज में उससे दो करोड़ रुपये मांग रही है। पूजा ने 2013 में दिल्ली के विवेक को सबसे पहला शिकार बनाया और उसके बाद पंजाब के एसआरएस नगर में आइआइटियन को फंसाया। उसे इंस्तांबुल से बुलाया और शादी कर उससे भी वसूली की। गुरुग्राम में भी एक और व्यक्ति से ठगी की। पीड़ित ने सुबूतों के साथ एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल को शिकायत की। नगर कोतवाल जयकरण सिंह ने बताया कि पूजा, उसकी मां अलका, पिता जयकुमार, शंकर ठाकुर, चंकी, वीपी सिंह, तृषा, चांदनी और विक्रांत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
गिरोह के रूप में ठगी
अरविंद के मुताबिक, ये सभी नौ लोग गिरोह के रूप में काम करते हैं। मुकदमों में तृषा और चांदनी लीगल मदद देती है और विक्रांत जरूरत पड़ने पर जमानती की व्यवस्था करता है। पूजा लोगों को फंसाती है और गैंग को मां व पिता चलाते हैं। तीन साल पहले गुरुग्राम में ब्लैकमेल कर पैसा लेते हुए पूजा व चांदनी गिरफ्तार भी हो चुकी हैं।