पढ़िए- कैसे दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाएंगीं Ultraviolet rays
Delhi Airport बताया जाता है कि हवाई यात्रियों के चेकइन बैगेज को यूवी टनल से गुजारे जाने के बाद यात्रियों के बैग संक्रमण मुक्त हो जाते हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के पालम में स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Indira Gandhi International Airport) पर हवाई यात्रियों और कोरोना के बीच में पराबैंगनी किरणें (Ultraviolet Waves) ढाल की तरह काम करेंगी। साथ ही यहां सेंसरयुक्त पानी का नल सहित पैर से संचालित सैनिटाइजर डिस्पेंसर की भी सुविधा रहेगी।
इस बाबत दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (Delhi International Airport Limited) के प्रवक्ता ने बताया कि एयरपोर्ट पर पराबैंगनी (यूवी) किरणों पर आधारित यूवी टनल के अलावा टर्मिनल की सतह के लिए यूवी टावर स्थापित किए जाने के साथ हाथ से संचालित यूवी डिवाइस का प्रयोग शुरू किया गया है।
ट्रॉली और ट्रे से होगा वायरस का खात्मा
बताया जाता है कि हवाई यात्रियों के चेकइन बैगेज को यूवी टनल से गुजारे जाने के बाद यात्रियों के बैग संक्रमण मुक्त हो जाते हैं। इसके अलावा ट्रॉली और ट्रे से वायरस को खत्म करने के लिए यूवी उपकरण का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, इसके यात्रियों के जूतों को भी सैनिटाइज करने के लिए सैनिटाइजर मैट की भी व्यवस्था की गई है।
312 यूवी लैंप एयरपोर्ट पर रहेंगे मौजूद
डायल प्रवक्ता ने यह भी बताया कि बैगेज रिक्लेम हॉल में लगे यूवी स्कैनिंग प्रक्रिया को यात्री सीसीटीवी के माध्यम से देख भी सकते हैं। इतना ही नहीं उच्च तीव्रता वाले यूवी लैंप का उपयोग डेस्क, लैपटॉप और अन्य स्थान को संक्रमणमुक्त करने के लिए किया जा रहा है। इस प्रकार के 312 यूवी लैंप एयरपोर्ट पर मौजूद हैं।
जल्द शुरू होगी नियमित संचालन
डायल प्रवक्ता ने बताया की आने वाले दिनों में एयरपोर्ट से उड़ानों का नियमित संचालन शुरू होने वाला है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर हवाई यात्रियों की सुरक्षा को लेकर विशेष एहतियात बरते जा रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली एयर पोर्ट से अप्रैल महीने से ही उड़ानों पर रोक लगी हुई है, लेकिन जल्द ही इस पर बड़ा फैसला हो सकता है। फिलहाल विदेशों में फंसे यात्रियों को लाने का काम चल रहा है।
यह भी जानें
कोरोना महामारी के इस काल में कोरोना वायरस से बचाव ही एक मात्र उपाय है। इस स्थिति में एयरपोर्ट पर हवाई यात्रियों को संक्रमण से बचाने के लिए शारिरिक दूरी बनाए रखने के साथ ही इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि वायरस को संक्रमण फैलाने से पहले ही मार दिया जाए। इसके लिए वहां विशेष तकनीक का प्रयोग शुरू किया गया है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर सेंसरयुक्त पानी का नल सहित पैर से चलाए जाने वाले सेनिटाइजर डिस्पेंसर भी लगाये गए है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) प्रवक्ता ने बताया कि एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए पराबैंगनी किरण पर आधारित यूवी टनल के अलावा टर्मिनल के सतह के लिए यूवी टावर स्थापित किए जाने के साथ हाथ से संचालित यूवी डिवाइस का प्रयोग शुरू किया गया है।