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3 साल की बच्ची से हुई दरिंदगी जान उड़ जाएंगे होश, दूध की बजाय शराब पिलाता था पिता

पिता अपनी 3 साल की बच्ची को जानवरों से भी बदतर स्थिति में रखता है। हमेशा शराब के नशे में डूबा रहने वाला पिता भूख लगने पर अपनी बच्ची को शराब तक पिला देता था।

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 08:39 AM (IST)Updated: Sun, 07 Apr 2019 09:02 AM (IST)
3 साल की बच्ची से हुई दरिंदगी जान उड़ जाएंगे होश, दूध की बजाय शराब पिलाता था पिता

नई दिल्ली, जेएनएन। देश की राजधानी दिल्ली के प्रेमनगर इलाके में रहने वाले एक वहशी पिता की इंसानियत के साथ रिश्ते को भी शर्मसार करने वाली करतूत सामने आई है। यहां पर एक कमरे में रहने वाला पिता अपनी 3 साल की बच्ची को जानवरों से भी बदतर स्थिति में रखता था। इतना ही नहीं, हमेशा शराब के नशे में डूबा रहने वाला पिता भूख लगने पर अपनी बच्ची को शराब तक पिला देता था।

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दिल्ली महिला आयोग ने शुक्रवार को 181 महिला हेल्पलाइन पर शिकायत मिलने पर दिल्ली के प्रेम नगर से इस 3 साल की बच्ची को उसके पिता से बचाया है। एक आदमी ने आयोग की हेल्पलाइन पर सूचना दी थी कि बच्ची को 3 दिन से उसके पिता ने कुछ खिलाया नहीं है।

शिकायत मिलने पर तुरंत आयोग की एक टीम दिए गए पते पर पहुंची और पाया कि 3 साल की बच्ची मल मूत्र में पड़ी हुई है। वह बहुत ही दुर्बल अवस्था में थी और बहुत बीमार लग रही थी। उसके पूरे शरीर पर संक्रमण के निशान थे।

आयोग की टीम ने पाया कि बच्ची का पिता उसी कमरे में सो रहा था। कमरे में कई सारी खाली शराब की बोतलें पड़ी हुई थीं। पड़ोसियों ने बताया कि वह आदमी शराबी है और वह घंटों तक ऐसे ही सोता रहता था, जबकि बच्ची भूख और गंदगी के कारण रोती रहती थी।

पड़ोसियों ने आयोग की टीम को बताया कि बच्ची की मां का एक साल पहले निधन हो गया। उसका पिता जो रिक्शा चलाता है, ज्यादातर शराब पिए हुए रहता है इसलिए वह बच्ची की देखभाल नहीं कर सकता। वह जब काम पर बाहर जाता था तो बच्ची को कमरे में अकेला छोड़ जाता था और पड़ोसियों को भी उसकी मदद नहीं करने देता था।

आयोग की टीम ने तब पुलिस को बुलाया और बच्ची और उसके पिता को एसएचओ प्रेम नगर के समक्ष पेश किया। हालांकि इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।

बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के शरीर में उसके गुप्तांग में बहुत संक्रमण हो गया है। उसे तेज बुखार था और उसके शरीर पर चोट के निशान थे। बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

दिल्ली महिला आयोग की सदस्य किरण नेगी और वंदना सिंह जो कि आयोग की 181 हेल्पलाइन और मोबाइल हेल्पलाइन प्रोग्राम की इंचार्ज हैं, इस मामले को पुलिस उपायुक्त के सामने उठा रही हैं कि इस मामले में बच्ची के पिता के खिलाफ कोई एफआईआर क्यों दर्ज नहीं हुई और वह अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं हुआ?

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाती जयहिंद ने कहा- 'मैं उस आदमी की सराहना करती हूँ जिसने दिल्ली महिला आयोग की 181 महिला हेल्पलाइन पर फोन किया और 3 साल की उस बच्ची को बचाने में हमारी मदद की।'


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