रमजान की रौनक: 'पाक महीने में प्यासे को पानी पिलाएं, दूसरों के काम आएं'
रमजान साल का सबसे मुबारक महीना होता है। यह महीना हमें सीख देता है कि पूरे साल दूसरों के साथ हमदर्दी व मोहब्बत के साथ पेश आना चाहिए।
नई दिल्ली [जेएनएन]। मंगोलपुरी औद्योगिक क्षेत्र स्थित दरगाह पंचपीर कमेटी के मुख्य संरक्षक मो. शरीफ कुरैशी ने बताया कि रमजान का महीना एक ऐसा महीना है, जो व्यक्ति को कुछ भी गलत करने से रोकता है। यूं तो व्यक्ति जिंदगी भर जैसे कर्म करता है, वैसा ही फल मिलता है। अल्लाह की इबादत व बुराइयों को त्यागने वाला यह बेहद ही पाक महीना होता है।
बकौल कुरैशी यह महीना हमें प्यार, त्याग, नेकी व भाईचारे का संदेश तो देता ही है, इंसान को इंसान के काम आना चाहिए यह इस महीने का सबसे बड़ा संदेश होता है। यह महीना व्यक्ति को सभी प्रकार की बुराइयां त्यागने का भी संदेश देता है। व्यक्ति को चाहिए कि वह इस पाक महीने में जितनी भी बुराइयों का त्याग करता है, वह उन्हें जिंदगी भर अपने पास न आने दे और समाज से भी उन बुराइयों को दूर करे।
रमजान साल का सबसे मुबारक महीना होता है। यह महीना हमें सीख देता है कि पूरे साल दूसरों के साथ हमदर्दी व मोहब्बत के साथ पेश आना चाहिए। इसका अर्थ खुद को भूख-प्यास से रोकने के साथ-साथ झूठ, बुराइयों के अलावा हर उस काम से रोकना है, जो गलत है।
उन्होंने बताया कि इस महीने में हर व्यक्ति की मदद हर मुसलमान को मदद करनी चाहिए, जो वास्तव में मदद का हकदार है। जैसा हम खाएं, वैसा ही उस व्यक्ति को दें और किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं करें। जुल्मो सितम से दूर रहकर जीव-जंतुओं के साथ रहम, हमदर्दी बरतनी चाहिए।
गर्मी में रोजा रखने वालों को थोड़ी दिक्कत आती है, लेकिन रोजा रखने के बाद एक बेहतर अनुभव होता है। हम सबको इस महीने की कदर कर अल्लाह की इबादत से लौ लगानी चाहिए, अल्लाह भी इस महीने में गुनाह माफ कर देता है। यह सब्र का महीना है। इस पाक महीने में हमें क्षेत्र में अमन व शांति की दुआ मांगनी चाहिए। मुल्क में अमन-शांति होगी तभी हम और हमारा मुल्क उन्नति करेगा।
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