Delhi Crime: हरियाणा व दिल्ली में तेजी से उभर रहा है राजू बसौदी गिरोह
Delhi Crime नीतू दबोदिया नीरज बवाना जितेंद्र मान उर्फ गोगी संदीप उर्फ ढिल्लू व राजेश भारती के बाद राजू बसौदी इन दिनों तेजी से उभर रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली व हरियाणा में गैंगस्टरों का लंबा इतिहास रहा है। पिछले 15 सालों के इतिहास को देखा जाय तो दिल्ली में जो भी गैंगस्टर पनपे उनकी पृष्ट भूमि हरियाणा से रही है। खासतौर से उन क्षेत्रों के गैंगस्टर दिल्ली पुलिस के लिए सिरदर्द बनें जिनकी सीमाएं दिल्ली से बेहद नजदीक है। इनमें सोनीपत, गुरुग्राम, झज्जर व रोहतक मुख्यतौर पर बड़े गैंगस्टरों की पनाहगाह रही है। नीतू दबोदिया, नीरज बवाना, जितेंद्र मान उर्फ गोगी, संदीप उर्फ ढिल्लू व राजेश भारती के बाद राजू बसौदी इन दिनों तेजी से उभर रहा है। 15 साल पहले नीतू दबोदिया का दिल्ली व हरियाणा में आतंक था।
नीरज बवाना उसी गिरोह का शूटर हुआ करता था। स्पेशल सेल द्वारा वसंतकुंज में नीतू समेत उसके तीन शूटरों को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद नीरज ने अपना गिरोह बना लिया। बागपत के अमित भूरा से हाथ मिला नीरज दिल्ली का सबसे बड़ा डॉन बन गया। छह साल पहले स्पेशल सेल द्वारा नीरज को भी मुंबई से दबोचने के बाद जितेंद्र, राजेश भारती, संदीप आदि गैंगस्टरों ने वर्चस्व बनाना शुरू किया। तीन साल पहले स्पेशल सेल ने महरौली में मुठभेड़ में राजेश भारती व उसके गिरोह के चार अन्य बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिराया। राजेश, सोनीपत का रहने वाला था। उसके बाद जितेंद्र व संदीप गिरोहों का आतंक शुरू हो गया। संदीप पुलिस हिरासत से भागने के बाद से फरार है। जितेंद्र को चार महीना पहले स्पेशल सेल ने गुरुग्राम से दबोच बड़ी उपलब्धि हासिल की। दिल्ली पुलिस की मानें राजू बसौदी-नरेश सेठी ने कुछ साल पहले जितेंद्र गोगी से हाथ मिला लिया, जिससे दोनों गिरोह की ताकत बढ़ गई।
बताया जाता है कि इसके गिरोह में दिल्ली व हरियाणा के 100 से अधिक शूटर हैं। पिछले साल अप्रैल में क्राइम ब्रांच ने रोहिणी सेक्टर 24 में मुठभेड़ के बाद राजू गिरोह के दो शूटर रवि व रोहित को गिरफ्तार किया था। गिरोह का हरियाणा के झज्जर व सोनीपत जिले में खासा आतंक है। पिछले साल मार्च व अप्रैल में दो महीने के दौरान गिरोह ने हरियाणा में हत्या की तीन व लूटपाट की दो वारदात को अंजाम दिया था। इनका झज्जर, बहादुरगढ़, यमुना नगर, सोनीपत व पानीपत आदि इलाके में भी आतंक है।
गिरोह का मुख्य धंधा सुपारी लेकर हत्या करने, विवादित प्रॉपर्टी को हैंडिल करने व धमकी देकर व्यापारियों से रंगदारी वसूलने का काम है। पिछले साल मार्च में गिरोह ने एक शराब माफिया को धमकी देकर 2 करोड़ की रंगदारी मांगी थी।नवंबर में स्पेशल सेल ने राजू गिरोह के मंजीत को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया था। दिल्ली व हरियाणा पुलिस का दबाव बढ़ने पर राजू थाईलैंड भाग गया था और वहीं से गिरोह को ऑपरेट कर रहा था। इसी साल वापस हरियाणा लौटने पर फरवरी में एसटीएफ ने राजू को भी गिरफ्तार कर लिया। समाप्त-राकेश