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राजीव गांधी सुपर स्पेशियिलटी और दिल्ली कैंसर संस्थान में आसान होगा इलाज कराना

दिल्ली सरकार द्वारा दूरी बनाए रखने के बाजूद केंद्र के ई-हॉस्पिटल पोर्टल से जुड़े दोनों अस्पताल। मरीजों को आइसीयू के बारे में मिलेगी ऑनलाइन जानकारी।

By Amit SinghEdited By: Published: Mon, 16 Jul 2018 12:39 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jul 2018 12:39 PM (IST)
राजीव गांधी सुपर स्पेशियिलटी और दिल्ली कैंसर संस्थान में आसान होगा इलाज कराना
राजीव गांधी सुपर स्पेशियिलटी और दिल्ली कैंसर संस्थान में आसान होगा इलाज कराना

नई दिल्ली (रणविजय सिंह)। देश भर के अस्पतालों को एक नेटवर्क से जोड़ने व मरीजों को ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट की सुविधा उपलब्ध कराने के मकसद से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय द्वारा शुरू ई-हॉस्पिटल पोर्टल से दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग दूरी बनाकर ही चल रहा है। इस बीच दिल्ली सरकार के दो स्वायत्तशासी अस्पताल दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान और ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल इस पोर्टल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम से जुड़ गए हैं।

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ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए होगा अलग काउंटर

इन दोनों अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ले सकते हैं। ऐसे मरीजों के पहुंचने पर प्राथमिकता के आधार पर फाइल तैयार करने का प्रावधान किया गया है। उल्लेखनीय है कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अस्पतालों को छोड़कर दिल्ली स्थित केंद्र व नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के सभी अस्पतालों में ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट की सुविधा शुरू हो चुकी है। इन अस्पतालों में अप्वाइंटमेंट लेकर पहुंचने वाले मरीजों के ओपीडी कार्ड बनाने के लिए अलग से काउंटर निर्धारित किए गए हैं। ताकि अस्पताल पहुंचकर उन्हें ओपीडी पंजीकरण के लिए ज्यादा परेशान न होना पड़े।

दिल्ली सरकार की ऑनलाइन योजना हुई फ्लॉप

राजधानी में दिल्ली सरकार के 32 एलोपैथिक अस्पताल हैं। इनमें से छह स्वायत्तशासी हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अपने 28 अस्पतालों में ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण की सुविधा कुछ साल पहले शुरू की थी। यह सिस्टम अभी भी मौजूद है, लेकिन तकनीकी खामी के कारण सफल नहीं हो पा रहा है। दिल्ली सरकार अब नए सिरे से अस्पतालों के कंप्यूटरीकरण व मरीजों को हेल्थ कार्ड जारी करने की योजना है।

ऑनलाइन होगा मरीजों का रिकॉर्ड भी

केंद्र सरकार के ई-हॉस्पिटल पोर्टल से मरीजों को ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट की सुविधा तो मिलेगी ही। साथ ही उनका मेडिकल रिकॉर्ड भी ऑनलाइन तैयार किया जाएगा। रिकॉर्ड ऑनलाइन होने से मरीज देश के किसी भी अस्पताल में आसानी से अपना पुराना रिकॉर्ड दिखा सकेगा। ऐसे में देश के किसी अन्य अस्पताल के डॉक्टर को भी मरीज का इलाज करने में सुविधा प्राप्त होगी।

गंभीर मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा

राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि एनआइसी (नेशनल इन्फोर्मेटिक सेंटर) द्वारा तैयार इस पोर्टल पर अस्पतालों में बेड की स्थिति की ऑनलाइन जानकारी भी मिल पाएगी। इसका मकसद आइसीयू में खाली बेडों की जानकारी ऑनलाइन करना है। ताकि गंभीर मरीजों को इलाज के लिए भटकना न पड़े।


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