बिहार की युवती का किसने किया मर्डर? UP पुलिस के लिए चुनौती बना इसका खुलासा
महकमे से जुड़े अधिकारी प्रथम दृष्टया मानकर चल रहे हैं कि युवती की हत्या करके उसका शव इसे हादसा दिखाने के लिए फेंक दिया होगा।
नोएडा, जेएनएन। देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर 76 स्थित सिलिकॉन सिटी में दो टॉवर्स के बीच फंसी युवती का तकरीबन पांच दिन तक शव फंसने के मामले में शहरी संवेदना पर भी सवाल उठा रहे हैं। संभवतया देश का यह पहला मामला है, जबकि कोई शव इस तरह दो टावर्स की बीच फंसा और उसे निकालने में छह घंटे से भी अधिक का समय लगा।
नोएडा पुलिस के अनुसार, अनुमान लगाया जा रहा कि शव चार से पांच दिन पुराना होगा, वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि युवती की मौत कैसे हुई ? इसका पता पोस्टमार्टम के लिए बाद पता चलेगा हालांकि, महकमे से जुड़े अधिकारी प्रथम दृष्टया मानकर चल रहे हैं कि युवती की हत्या करके उसका शव इसे हादसा दिखाने के लिए फेंक दिया होगा।
वहीं, डी टावर के 1802 नंबर फ्लैट में रहने वाले जयप्रकाश ने पोस्टमार्टम हाउस में जाकर मृतक युवती की पहचान अपने घर में काम करने वाली युवती सोनामुनी के रूप में की है। जयप्रकाश के मुताबिक, वह बिहार के कटिहार में उनके गांव के पास मधेपुरा की रहने वाली थी और उनके घर एक साल से काम कर रही थी। वह बिहार से 18 जून को ही लौटी थी, लेकिन 28 जून से लापता थी।
बता दें कि मंगलवार को दो टॉवरों के बीच युवती का शव मिला था। दुर्गंध आने पर मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे निवासियों ने एक टॉवर की छत पर जाकर देखा तो 17 फ्लोर की बहुमंजिली इमारत के 12वें फ्लोर पर दो टॉवरों के बीच 25 वर्षीय युवती का शव पड़ा था।
इसके बाद सूचना पर पड़ोसी जिले गाजियाबाद से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने दो घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद एक फ्लैट की बालकनी की दीवार काटकर शव बाहर निकाला हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में चार घंटे से अधिक का समय लगा।
क्या हत्या के बाद लटकाया गया था ?
युवती की कमर में तार बंधा था, ऐसे में आशंका है कि हत्या के बाद उसे टॉवर के बीच में लटकाया गया था। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। घटनाक्रम के मुताबिक, मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे के करीब सोसायटी निवासियों ने शव देखा और फिर पुलिस को सूचना दी। सेक्टर-49 पुलिस मौके पर पहुंची और अग्निशमन कर्मचारियों को बुलाया। दो घंटे के प्रयास के बाद भी शव नहीं निकाला जा सका।
इसके बाद गाजियाबाद से एनडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाया गया। करीब दो घंटे के प्रयास के बाद दोपहर 2:20 बजे एनडीआरएफ टीम ने एक फ्लैट की बालकनी की दीवार काटकर शव को रोप-वे के माध्यम से ग्राउंड फ्लोर पर लाकर पुलिस को सौंपा। क्षेत्रधिकारी तृतीय विमल कुमार सिंह ने बताया कि शव देखने में चार से पांच दिन पुराना लग रहा है। हत्या की आशंका है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेगा। चूंकि महिला की कमर में तार बंधा मिला है ऐसे में उसे हत्या के बाद लटकाए जाने की भी आशंका है। पुलिस ने टॉवर डी की छत पर लगे लॉक की चाबी मंगाकर देखा तो वहां भी एक पाइप में तार बंधा मिला।
बिहार की रहने वाली थी युवती
युवती की पहचान 20 वर्षीय सोनामुनी निवासी मधेपुरा कटिहार बिहार के रूप में हुई है। कोतवाली प्रभारी अजय अग्रवाल ने बताया कि सिलिकॉन सिटी के टॉवर डी के फ्लैट नंबर 1802 में रहने वाले जय प्रकाश इंटीरियर वर्क का काम करते हैं। पत्नी की बीमारी की वजह से वह सोनामुनी को घरेलू सहायिका के रूप में पिछले एक वर्ष से साथ रखे हुए थे। वह उनके गांव की ही रहने वाली थी।
25 मई को युवती इन लोगों के साथ घर गई थी व 18 जून को वापस लौटी। 28 जून से युवती लापता थी। उन्होंने इसकी जानकारी उसके परिजन को दी थी। हालांकि यहां स्थानीय पुलिस को जानकारी नहीं थी। मंगलवार सुबह जय प्रकाश गुरुग्राम चले गए थे। दोपहर बाद वापस लौटे तो उन्हें सोसायटी में शव मिलने की जानकारी हुई। इसके बाद वह पुलिस तक पहुंचे व शव की शिनाख्त की। कोतवाली प्रभारी ने कहा कि युवती के परिजनों को सूचना दे दी गई है। बुधवार को परिजन पहुंचेंगे।