सांसदों को दिया गया रेलवे के कामकाज का हिसाब, सुविधाओं में हुआ सुधार, संरक्षा पर जोर
आधारभूत ढांचे के विकास के साथ ही यात्री सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। संरक्षा कार्य पर विशेष जोर दिया जा रहा है। रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में साफ सफाई में भी सुधार हुआ है।
नई दिल्ली [राज्य ब्यूरो]। रेलवे अपनी उपलब्धियां सांसदों को बता रही है ताकि वे अपने संसदीय क्षेत्र में लोगों को इसकी जानकारी दे सकें। इसके लिए शुक्रवार को उत्तर रेलवे के कार्य क्षेत्र से संबंधित सांसदों के साथ महाप्रबंधक व अन्य अधिकारियों ने बैठक की। रेलवे की आम उपलब्धियों के साथ ही सांसदों के संसदीय क्षेत्र में किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी दी गई।
बनाई गई बुकलेट
संसदीय क्षेत्र के हिसाब से बुकलेट भी बनाई गई हैं जिसमें पिछले साढ़े चार वर्षों में किए गए कार्यों का विवरण दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि रेलमंत्री पीयूष गोयल के निर्देश पर सांसदों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें विदेश राज्यमंत्री व गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह भी शामिल हुए।
यात्रियों सुविधाओं में सुधार
महाप्रबंधक विश्वेश चौबे ने उत्तर रेलवे के क्षेत्राधिकार में चल रही विभिन्न विकासात्मक गतिविधियों के बारे में सांसदों को बताया। उन्होंने बताया कि आधारभूत ढांचे के विकास के साथ ही यात्री सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है। संरक्षा कार्य पर विशेष जोर दिया जा रहा है। रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में साफ सफाई में भी सुधार हुआ है।
रेल अधिकारियों के सामने रखी मांग
अधिकारियों ने यात्री सुविधाओं, आधारभूत ढांचे और रेलवे स्टेशन व ट्रेनों से जुड़ी सेवाओं तथा अन्य योजनाओं के बारे में प्रस्तुति दी। सासदों ने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पड़ने वाले स्टेशनों, रेल यात्रियों और स्थानीय लोगों की मांगें भी रेल अधिकारियों के सामने रखीं।
मनोज तिवारी ने रखी मांग
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद व दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मीतनगर सबोली हॉल्ट को शीघ्र शुरू करने की मांग की। नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने पटेल नगर व इंद्रपुरी में फुट ओवरब्रिज (एफओबी) बनाने और दया बस्ती में हाई मास्ट लाइट लगाने की मांग की।
जल्द होगा समाधान
महाप्रबंधक ने कहा कि बैठक में उठाए गए मुद्दों का शीघ्र समाधान किया जाएगा। बैठक में सासद डॉ. संजीव कुमार बालियान, राजेंद्र अग्रवाल, रमेश चंद्र कौशिक, बलविंदर सिंह भूंडर, विजयपाल सिंह तोमर के साथ ही कई मंत्रियों व सासदों के प्रतिनिधि, दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक आरएन सिंह सहित अन्य रेलवे अधिकारी मौजूद थे।