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तस्वीरों में देखें- राष्ट्रपति के हाथों किसे मिला पद्म भूषण और किसने पाया पद्मश्री पुरस्कार

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 2019 के लिए यहां राष्ट्रपति भवन में पद्म भूषण और पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए। पुरस्कार पाने वाले में कलाकार खिलाड़ी और साहित्य जगत की शख्सियत रहे।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 11:09 AM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 07:08 AM (IST)
तस्वीरों में देखें- राष्ट्रपति के हाथों किसे मिला पद्म भूषण और किसने पाया पद्मश्री पुरस्कार
तस्वीरों में देखें- राष्ट्रपति के हाथों किसे मिला पद्म भूषण और किसने पाया पद्मश्री पुरस्कार

नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को 2019 के लिए यहां दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में पद्म भूषण,पद्म विभूषण और पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किए। पुरस्कार पाने वाले में कलाकार, खिलाड़ी, साहित्य जगत के साथ अन्य क्षेत्रों के लोग भी शामिल रहे। 

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इस कड़ी में 2019 के लिए यहां राष्ट्रपति भवन में क्रिकेटर गौतम गंभीर को उनकी उपलब्धियों के पद्मश्री अवॉर्ड प्रदान किया गया। गौतम गंभीर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज गौतम दिल्ली से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग के लिए भी खेलते हैं।

भारतीय तीरंदाज महिला खिलाड़ी बोम्बायला देवी लैशराम को पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है। वर्ष 2007 में बोम्बायला देवी ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेली थीं और 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में इन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। बोम्बायला मूलरूप से मणिपुर (इंफाल) की रहने वाली हैं और इन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1997 में की थी।

भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री पद्मश्री मिला है, जिन्होंने अपने खेल से देश को गौरवान्वित किया है और भारत में फुटबॉल के दर्शकों की संख्या को भी बढ़ाया है। मौजूदा समय में सुनील छेत्री का नाम दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद और लियोनेल मेसी के बराबर आता है।

संगीत के क्षेत्र में उपलब्धि के लिए लखनऊ घराने के तबला वादक स्वप्न चौधरी को भी पद्मश्री पुरस्कारों से नवाजा गया है। स्वप्न चौधरी ने उठान से आगाज करते हुए बढ़त बनाई है। परंपरा में रहते हुए अपनी नवीनता को अच्छे ढंग से पेश किया है और सारंगी वादक को पूरी आजादी दी। इनके वादन में बनारस का प्रभाव भी दिखता है। 

हिंदी फिल्म दुनिया में अपनी अभिनय क्षमता से लोगों का दिल जीतने वाले एक्टर मनोज वाजपयी को भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथ पद्मश्री प्रदान किया है। मनोज वाजपेयी ऐसे फिल्म अभिनेता हैं, जोकि हिंदी सिनेमा के साथ साथ तेलुगु/तमिल फिल्मों में सक्रिय हैं। वह अपने एक्टिंग करियर अब तक दो नेशनल फिल्म अवार्ड और चार फिल्म फेयर अवार्ड जीत चुके हैं। 

वहीं, महिला पर्वतारोही बछेंद्री पाल को पद्म भूषण अवॉर्ड प्रदान किया गया है। वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला हैं, जबकि दुनिया की 5वीं महिला पर्वतारोही हैं। वर्तमान में वे इस्पात कंपनी टाटा स्टील में कार्यरत हैं।

प्रसिद्ध पंडवानी गायिका तीजन बाई को पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। तीजन बाई छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत-नाट्य की पहली महिला कलाकार हैं। देश-विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाली तीजनबाई को बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।


 

उड़ीसा के डी प्रकाश राव को भी पद्मश्री पुरस्कार मिला है। वह रोज सुबह 4 बजे जगते हैं। कटक के बख्‍शीबाजार में उनकी एक छोटी सी चाय की दुकान है। 10 बजे दिन तक डी. प्रकाश राव आपको यही मिलेंगे। वह बीते 50 साल से चाय बेच रहे हैं। उनके पिता भी यही काम करते थे। 

डी प्रकाश राव. डी प्रकाश पिछले 67 सालों से चाय बेचने का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें चाय बेचकर जो पैसा मिलता है, उसका बड़ा हिस्सा समाज सेवा में लगा देते हैं, जिसके चलते कटक और आस-पास के इलाकों के लोग उनका काफी सम्मान करते हैं। पीएम मोदी इनके नाम का जिक्र 'मन की बात' कार्यक्रम में भी कर चुके हैं। 

भारतीय बॉस्केटबॉल टीम की कप्तान प्रशांति सिंह को पद्मश्री पुरस्कार प्रदान किया है।  लगातार 15 साल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बास्केटबॉल की दुनिया का सितारा रही प्रशांति सिंह को अर्जुन अवार्ड (Arjun Award) भी मिल चुका है। 

यूपी की रहने वाली प्रशांति सिंह ने बास्केटबॉल खेलने की शुरूआत स्कूली दिनों से की थी। महज 13 साल की उम्र में प्रशांति का चयन बनारस की जोनल टीम के लिए हुआ था। एक समय  प्रशांति की बड़ी बहन दिव्या सिंह का चयन राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम के लिए हुआ तो छोटी बहनों को भी प्रेरणा मिली। प्रशांति के साथ बहन दिव्या सिंह, आकांक्षा सिंह और प्रतिमा सिंह बास्केटबॉल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, वहीं, इनकी सबसे बड़ी बहन प्रियंका सिंह यूपी की बास्केटबॉल टीम की सदस्य रह चुकी हैं।

एमडीएच (MDH) मसालों के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी को पद्म भूषण से नवाजा गया है।  महाशियां दी हट्टी एमडीएच भारत में मसालों का एक लोकप्रिय ब्रांड है और पिछले कुछ सालों में गुलाटी उसके विज्ञापनों में ब्रांड का प्रतिष्ठित चेहरा बन गए हैं। 

 

कंपनी की स्थापना उनके पिता ने की थी, जो विभाजन के बाद भारत आ गए थे। 1959 में दिल्ली में उन्होंने एक मसाले की दुकान शुरू की। बाद में, उन्होंने करोल बाग क्षेत्र में अजमल खान रोड पर भी इसे खोला। फिर कामयाबी का ऐसा सफर शुरू हुआ, जो अब भी जारी है। 

यहां पर बता दें कि इस साल कुल 112 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों के लिए चुना गया था, जिनके नाम का ऐलान गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर किया गया था।

इन्हें किया गया पद्म पुरस्कारों से सम्मानित
अभिनेता मोहनलाल (पद्म भूषण), पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर (पद्म श्री), क्रिकेटर गौतम गंभीर (पद्म श्री) अकाली दल के नेता सुखदेव ढींढसा (पद्म भूषण), जाने-माने वकील एच. एस. फुल्का (पद्म श्री) शामिल हैं, जबकि पत्रकार कुलदीप नैयर (मरणोपरांत) को भी पद्म भूषण पुरस्कार दिया गया है। इसके अलावा बिहार के नेता हुकुमदेव नारायण यादव (पद्म भूषण), बहुराष्ट्रीय तकनीकी कंपनी सिस्को सिस्टम के पूर्व सीईओ जॉन चैम्बर्स (पद्म भूषण) और डांसर तथा फिल्म निर्देशक प्रभु देवा (पद्म श्री) को सम्मानित किया गया है।


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