BBC डाक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग में शामिल छात्रों पर कार्रवाई की तैयारी, CCTV फुटेज खंगाल रहा JNU प्रशासन
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में मंगलवार को BBC की विवादित डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग में शामिल छात्रों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए सीसीटीवी कैमरों में छात्रों की गतिविधियों को देखा जा रहा है क्योंकि स्क्रीनिंग की अनुमति नहीं दी गई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। जेएनयू में मंगलवार की रात छात्र संघ और वामपंथी छात्र संगठनों स्टूडेंट फेडरेशन आफ इंडिया (SFI) और आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (AISA) द्वारा इंडिया: द मोदी क्वेश्चन नाम की डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग की गई थी। जेएनयू प्रशासन ने इसमें शामिल छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
CCTV फुटेज खंगाल रहा प्रशासन
इसके अंतर्गत सीसीटीवी कैमरों में छात्रों की गतिविधियों को देखा जा रहा है। चीफ प्राक्टर प्रो. रजनीश कुमार मिश्रा ने बताया कि अभी यह शुरुआती चरण में है। इसलिए अधिक जानकारी नहीं दे सकते हैं। उल्लेखनीय है कि जेएनयू प्रशासन ने पहले छात्रों को एडवाइजरी जारी कर कार्यक्रम को रद्द करने के लिए कहा था।
ऐसा न करने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी थी। लेकिन, जेएनयू छात्र संघ ने इसकी अनदेखी करते हुए सामूहिक रूप से जेएनयू में प्रतिबंधित डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) की जेएनयू इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग पर कड़ी आपत्ति जताई है।
जेएनयू इकाई ने बयान जारी कर कहा है कि जेएनयू का वामपंथ उपनिवेशवादी ब्रिटिशर्स के सपनों को साकार करने में जुटा है। जबकि पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिली है। भारत में जब इतनी सकारात्मक बातें हो रही हैं तो नकारात्मकता फैलाने वाले वामपंथी संगठन शांत कैसे रह सकते हैं? ये देश में उपनिवेशवादी ब्रिटिशर्स के एजेंडे को साकार करने के लिए चालें चल रहे हैं।
जेएनयू में पिछले कई वर्षों में यही देखा जा रहा है कि कैसे यहां के मुट्ठीभर वामपंथी छात्र एवं प्रोफेसर ने फर्जी आधुनिकतावादी मार्क्सवादी-देशद्रोही एजेंडे से देश को विभाजित करना जारी रखा है। ये जेएनयू के प्रतिभावान छात्रों को समाज में बदनाम कर रहे हैं।
दो अभाविप छात्रों ने दी थाने में शिकायत
अभाविप से जुड़े दो छात्रों ने डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान वामपंथी छात्रों पर अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए वसंत कुंज थाने में शिकायत दी है। छात्र गौरव कुमार ने शिकायत में लिखा है कि रात को 10 से 11 बजे के बीच जब वह विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर थे।
उस दौरान लाइट कटी हुई थी इसका फायदा उठाकर वामपंथी छात्रों ने उनके साथ मारपीट की। जब दूसरे छात्र विकास पालीवाल उन्हें बचाने आए तो उनके साथ भी मारपीट की गई। गौरव बीएससी तृतीय वर्ष और विकास पालीवाल एमए द्वितीय वर्ष के छात्र हैं।
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पत्रकारों के हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग
डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान पत्रकारों के साथ मारपीट कर कैमरा छीनने की भी कोशिश की गई। दोनों पीड़ित पत्रकारों गौतम व उन्नीकृष्णन पर हुए हमले की नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स इंडिया (एनयूजेआई) ने निंदा करते हुए आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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