बुराड़ी फांसीकांडः नारायणी देवी ने की आत्महत्या या हुई हत्या, डॉक्टरों में एक राय नहीं
सभी 10 लोग स्वयं फंदे पर लटके थे न कि उन्हें गला घोंटकर मारने या जहर देकर मारने के बाद लटकाया गया था। यह भयावह हादसा था।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ललित व उसके परिवार के अन्य नौ सदस्यों की मौत फंदे पर लटकने से ही हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है। वहीं, अभी ललित की बुजुर्ग मां नारायण देवी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है। उनका शव कमरे में अलमारी के पास जमीन पर पड़ा मिला था। उनके गले में बेल्ट लगी थी। रिपोर्ट नहीं आने का कारण यह है कि उनके शव का पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर उनकी मौत के तरीके को लेकर एकमत नहीं हैं। यही वजह है कि मंगलवार दोपहर बोर्ड में शामिल डॉक्टरों ने ललित के घर जाकर उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां नारायण देवी का शव पड़ा था।
संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक, बुधवार दोपहर मेडिकल बोर्ड ने क्राइम ब्रांच को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी। इसमें साफ कहा गया है कि सभी 10 लोग स्वयं फंदे पर लटके थे न कि उन्हें गला घोंटकर मारने या जहर देकर मारने के बाद लटकाया गया था। यह भयावह हादसा था। माना जा रहा है कि ललित के कहने पर ही सभी 10 सदस्य फंदे पर लटके थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, 10 लोगों में से तीन के हाथ में खरोंच के निशान मिले थे। पुलिस का मानना है कि छोटी सी जगह में नौ लोग फंदे से लटके थे और पास में कूलर रखा था। शायद छटपटाने से उनके शरीर एक-दूसरे से या रेलिंग व कूलर से टकराए हों, जिससे शरीर में खरोंच आ गई। मामले में मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
बता दें कि घटना के दस दिन बाद जिन 10 लोगों के शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है, उनमें नारायण देवी की बेटी प्रतिभा (57) व दो बेटे भुवनेश (50) व ललित भाटिया (45), भुवनेश की पत्नी सविता (48), भुवनेश के तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) व ध्रुव (15), ललित की पत्नी टीना (42) व उनका बेटा शिवम (15), प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) शामिल हैं। प्रियंका की 17 जून को सगाई हुई थी। नवंबर में उसकी शादी होने वाली थी।