दिल्ली-NCR में वाहनों से होने वाले प्रदूषण का स्तर तीन गुना बढ़ा
विशेषज्ञों के मुताबिक यह प्रदूषित गैस वाहनों से निकलते हुए वातारण में पहुंचती है और अन्य प्रदूषित कणों और गैसों के साथ मिलकर हवा की गुणवत्ता को खराब कर देती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में वाहनों से होने वाले प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है। शुक्रवार को जहां पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 और पीएम 10 जैसे प्रदूषित तत्वों का स्तर काफी ज्यादा दर्ज हुआ, वहीं कारों और अन्य वाहनों से निकलने वाली नाइट्रोजन डाईऑक्साइड गैस का स्तर भी तीन गुना से अधिक बढ़कर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के आनंद विहार स्थित मॉनिट¨रग स्टेशन में नाइट्रोजन डाईऑक्साइड का स्तर 285 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (एमजीसीएम), पंजाबी बाग में 251 एमजीसीएम, पूसा में 110 और रोहिणी में 138.4 एमजीसीएम दर्ज हुआ। इसका सामान्य स्तर 80 एमजीसीएम होता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक यह प्रदूषित गैस वाहनों से निकलते हुए वातारण में पहुंचती है और अन्य प्रदूषित कणों और गैसों के साथ मिलकर हवा की गुणवत्ता को खराब कर देती है। यह बुजुर्गों और बच्चों के लिए जानलेवा है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के प्रोजेक्ट सफर के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में पीएम 2.5 का औसत स्तर 303 और पीएम 10 का स्तर 440 एमजीसीएम दर्ज हुआ। शनिवार को पीएम 2.5 का स्तर 340 और पीएम 10 का स्तर 494 एमजीसीएम तक जाने की आशंका है।
एनसीआर ज्यादा प्रदूषित शुक्रवार को एनसीआर दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित रहा। दिल्ली में शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 423 था। नोएडा में गुरुवार को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 432 था, वहीं शुक्रवार को यह 442 तक जा पहुंचा। गाजियाबाद में गुरुवार को 422 था तो शुक्रवार को 441 तक जा पहुंचा।
फरीदाबाद में हालात ज्यादा खराब थे। गुरुवार को जहां फरीदाबाद में इंडेक्स 455 था जो शुक्रवार को बढ़कर 460 तक जा पहुंचा। गुरुग्राम में शुक्रवार को इंडेक्स 400 था।