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गांजा बेच कबाड़ी से करोड़पति बने बाप-बेटा, सीसीटीवी कैमरों से पुलिस पर रखता था नजर

मौके से करीब 19 लाख रुपये बरामद हुए, जो घर के अलग-अलग कोनों में थैलियों में छिपाई गई थी। नोटों को गिनने के लिए पुलिस को नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी।

By Amit SinghEdited By: Published: Tue, 16 Oct 2018 11:46 AM (IST)Updated: Tue, 16 Oct 2018 11:46 AM (IST)
गांजा बेच कबाड़ी से करोड़पति बने बाप-बेटा, सीसीटीवी कैमरों से पुलिस पर रखता था नजर

फरीदाबाद, जेएनएन। गांजा बेचकर महज 10 साल में कबाड़ी से करोड़पति बने एक तस्कर के सेक्टर-22 शिवाजी नगर झुग्गी स्थित ठिकाने पर सोमवार को क्राइम ब्रांच व मुजेसर थाना पुलिस ने संयुक्त छापेमारी की। पुलिस को उसके ठिकाने से से करीब 19 लाख रुपये, 25 किलो गांजा, 10 पेटी शराब व कट्टा बरामद हुआ है। छापेमारी के दौरान मुख्य तस्कर विजेंद्र उर्फ लाला मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मौके से उसके पिता जॉनी को गिरफ्तार कर लिया। वह भी बेटे के इस गोरखधंधे में शामिल है।

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पुलिस से सांठगांठ की वजह से बचा रहा

गांजा सप्लायर का करोड़पति बन जाना पुलिस की कमियों को भी उजागर करता है। शहर के सबसे बड़े गांजा तस्कर विजेंद्र उर्फ लाला पर पहले ही अंकुश लग गया होता तो शायद बड़ी संख्या में युवा नशे की गिरफ्त में आने से बच जाते। स्थानीय लोगों के अनुसार, लाला शुरू में कबाड़ का काम करता था। करीब 10 साल पहले उसने छोटे स्तर पर गांजा बेचना शुरू किया था। पुलिस ने कार्रवाई की तो उसने सेटिंग बिठा ली। इसके बाद उसने किलेबंदी भी शुरू कर दी। उसने अपने ठिकाने के आसपास के क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जिनकी रिकॉर्डिंग वह अपने मोबाइल पर देखता रहता है। ये सीसीटीवी कैमरे पुलिस पर नजर रखने के लिए लगाए गए हैं। इस समय करीब 20 लड़के उसके लिए काम करते हैं।

उड़ीसा व बिहार से ट्रेन के जरिए लाता था गांजा

छापेमारी डीसीपी क्राइम लोकेंद्र सिंह के दिशा निर्देश पर क्राइम ब्रांच सेक्टर-85 के प्रभारी एसआइ रविंद्र सिंह के नेतृत्व में की। एसआइ रविंद्र सिंह ने बताया कि विजेंद्र काफी समय से शहर में गांजा सप्लाई में सक्रिय था। वह उड़ीसा या बिहार से ट्रेन के जरिए गांजे की बड़ी खेप लेकर आता था। पूरे शहर में इसे छोटे-छोटे हिस्सों में सप्लाई किया जाता था। आरोपित काफी शातिर है। वह कभी बड़ी खेप के साथ नहीं पकड़ा गया। ऐसे में वह जल्दी ही जमानत पर छूट जाता था।

हेरोइऩ और कोकिन की भी थी सूचना

लाल की शिकायतें पुलिस के पास लगातार पहुंच रही थीं। ऐसे में संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी का निर्णय लिया गया। पुलिस के पास हेरोइन व कोकिन जैसे ड्रग्स की भी सूचना थी, मगर वे मौके पर नहीं मिले। पुलिस का अनुमान है कि लाला भागते समय ड्रग्स साथ ले गया है।

नोट गिनने के लिए मंगवानी पड़ी मशीन

पुलिस ने मौके से करीब 19 लाख रुपये बरामद किया है। नकदी घर के अलग-अलग कोनों में थैलियों में छिपाई गई थी। यह नकदी 10, 20, 50, 100, 500 व 2000 के नोटों की शक्ल में थी। पुलिस इसे बोरी में भरकर लाई। नोटों को गिनने के लिए पुलिस को नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी, लेकिन नोट मुड़े-तुड़े थे। ऐसे में मशीन भी नोटों को नहीं गिन पाई। इसके बाद नोटो की गिनती हाथ से ही की गई।


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