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UP: गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, PM नवंबर में देंगे मेट्रो का तोहफा

दिल्ली के दिलशाद गार्डन से नया बस कॉरिडोर पर मेट्रो रेल नवंबर में दौड़ने लगेगी। बुधवार को बैठक में डीएमआरसी के अधिकारियों ने जीडीए वीसी कंचन वर्मा को आश्वस्त किया

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 08:42 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 03:21 PM (IST)
UP: गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, PM नवंबर में देंगे मेट्रो का तोहफा
UP: गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए खुशखबरी, PM नवंबर में देंगे मेट्रो का तोहफा

गाजियाबाद (जेएनएन)। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के लाखों लोगों के लिए इस साल का दिवाली तोहफा तैयार है। दिल्ली के दिलशाद गार्डन से नया बस कॉरिडोर पर मेट्रो रेल नवंबर में दौड़ने लगेगी। बुधवार को बैठक में डीएमआरसी के अधिकारियों ने जीडीए वीसी कंचन वर्मा को आश्वस्त किया कि नवंबर मध्य में सेवा जनता के लिए शुरू कर दी जाएगी।

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यह भी बताया कि पब्लिक इनवेस्टमेंट बोर्ड (पीआइबी) ने इस कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर को हरी झंडी दे दी है। जल्द ही केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी के लिए डीपीआर आगे बढ़ाई जाएगी। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने पर मंथन चल रहा है।

स्टेशन के आसपास का ट्रैफिक प्लान बनेगा

यह कॉरिडोर 9.41 किलोमीटर लंबा है। इस पर शहीद नगर, राजबाग, राजेंद्र नगर, श्याम पार्क, मोहननगर, अर्थला, हिंडन रिवर और नया बस अड्डा स्टेशन बनाए गए हैं। जीटी रोड के बीचोबीच मेट्रो ट्रैक बनाया गया है। रोड के दोनों तरफ स्टेशन बने हुए हैं। सभी स्टेशनों पर प्रवेश और निकासी का रास्ता रोड पर ही है। इस कॉरिडोर पर मेट्रो रेल का ट्रायल चल रहा है। नवंबर में मेट्रो रेल सेवा जनता के लिए शुरू हो जाएगी।

जीडीए अधिकारियों का मानना है कि संचालन शुरू होने पर जीटी रोड पर स्टेशनों के आसपास ट्रैफिक अव्यवस्थित हो सकता है। किसी स्टेशन पर पार्किंग स्थल नहीं है। इस स्थिति में ज्यादातर लोग रिक्शा, ऑटो और कैब से आएंगे।

पीक आवर्स में इन वाहनों का जमघट लगने पर जीटी रोड पर जाम लगने का डर है। इससे स्थिति से बचने के लिए स्टेशनों पर ट्रैफिक एंट्री और एग्जिट प्लान बनाया जाएगा, जिससे ऐसी व्यवस्था बनाई जा सके कि यात्रियों को छोड़ने के बाद वाहन आसानी से निकल जाए। जीटी रोड पर उसका कोई प्रभाव न पड़े। पार्किंग के लिए जमीन तलाशने के लिए भी कमेटी प्रयास करेगी।

परिवहन निगम की मदद से फीडर सेवा देने की योजना

मेट्रो फीडर बस सेवा नहीं शुरू करेगी। यह स्पष्ट हो गया है। बुधवार को बैठक में मंथन हुआ कि परिवहन निगम और परिवहन विभाग की मदद ली जाए। उनके सहयोग से बसों और ऑटो को फीडर सेवा का हिस्सा बना लिया जाए। परिवहन निगम से गुजारिश की जाएगी कि वह अपनी बसों का रूट कुछ इस तरह प्लान करें कि मेट्रो के यात्री घर के पास से बस में सवार होकर मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकें। परिवहन विभाग से ऑटो का रूट निर्धारित करने के लिए बात की जाएगी।


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