मेरठ एक्सप्रेस-वे से दिल्ली में जाम से मिलेगी बड़ी राहत
दिल्ली सरकार अपनी योजनाओं पर काम भी शुरू नहीं कर सकी है और मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम भी पूरा हो गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। रिकार्ड समय में बनकर तैयार हुए मेरठ एक्सप्रेस-वे (एनएच-9) के पूरी तरह से शुरू हो जाने से यह आशंका बढ़ गई है कि इससे रिंग रोड और आसपास के इलाकों में जाम की समस्या बढ़ेगी। दरअसल, इस एक्सप्रेस-वे से रिंग रोड पर एकाएक आने वाले यातायात को विभाजित करने की योजनाएं अभी कागजों में ही हैं। दिल्ली सरकार इनमें से एक ही योजना पर अभी काम शुरू कर सकी है, जबकि इसमें शामिल रिंग रोड से लोधी रोड तक बनने वाली सुरंग सड़क को लेकर अभी तक स्थिति भी स्पष्ट नहीं है।
वहीं, सराय काले खां के सिंगल फ्लाईओवर, आश्रम फ्लाईओवर विस्तार योजना और भैरो मार्ग जंक्शन पर भी अभी काम शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में आने वाले सोमवार से रिंग रोड के आश्रम से लेकर भैरो मार्ग तक लोग यातायात जाम की बड़ी समस्या में फंस सकते हैं।
कौन सा इलाका होगा जाम से अधिक प्रभावित
मेरठ एक्सप्रेस-वे के पूरी तरह से शुरू होने से सराय काले खां, आश्रम, भोगल, महारानी बाग, मथुरा रोड, भैरो मार्ग और आइटीओ क्षेत्र का रिंग रोड व आइटीओ का विकास मार्ग बुरी तरह से जाम की चपेट में होगा। इसका असर इंडिया गेट और कनॉट प्लेस तक लगने वाले जाम तक पड़ सकता है। तकनीकी विशेषज्ञों ने एक साल पहले ही सरकार को इस इलाके को जाम मुक्त बनाने के लिए बड़ी योजनाएं लाकर गंभीरता से काम करने की सलाह दी थी। मगर, सरकार कोई ठोस प्रयास नहीं कर सकी। नतीजा सभी के सामने है कि दिल्ली सरकार अपनी योजनाओं पर काम भी शुरू नहीं कर सकी है और मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम भी पूरा हो गया है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
लोक निर्माण विभाग के पूर्व प्रमुख अभियंता दिनेश कुमार कहते हैं कि मेरठ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जिस गति से पूरा हुआ है, लोक निर्माण विभाग को भी उसी गति से योजनाओं पर काम करने की जरूरत थी। लोक निर्माण विभाग की योजनाएं पिछड़ी हैं, इससे समस्याएं खड़ी होना लाजिमी है।
क्या है योजनाओं की स्थिति
मेरठ एक्सप्रेस-वे के इस छोर पर मिलेनियम पार्क से लोधी रोड तक छह लेन की सुरंग सड़क प्रस्तावित है। एक्सप्रेस-वे से दिल्ली में पड़ने वाले वाहनों के दबाव को देखते हुए इसे सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने मंजूरी के लिए इसे यूटिपेक (यूनीफाइड ट्रैफिक एंड ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग एंड इंजीनियरिंग सेंटर) में भेजा है। तकनीकी पचड़ों के चलते योजना में बड़े बदलाव किए गए हैं। यूटिपेक से मंजूरी मिलने के बाद इसे धरातल पर आने में एक साल का समय लगेगा। योजना पर काम के लिए कम से कम से तीन साल का समय चाहिए।
आश्रम फ्लाईओवर के विस्तार की योजना
आश्रम फ्लाईओवर का विस्तार डीएनडी व रिंग रोड तक किया जाना है। अभी केवल यूटिपेक से मंजूरी मिली है। यह योजना भी अभी काम शुरू होने की स्थिति में नहीं है। काम शुरू होने के बाद पूरा होने में ढाई से 3 साल का समय लगेगा।
सराय काले खां पर फ्लाईओवर की योजना
पहले से बने सराय काले खां फ्लाईओवर को डबल करने की योजना है। योजना पर काम शुरू होने में 8 से 10 माह लगेंगे, जबकि निर्माण कार्य का समय 2 साल है। इससे यमुनापार की ओर से आश्रम की ओर जाने वाले यातायात को सिग्नल फ्री किया जाना है। इसके न बनने से सराय काले खां बस अड्डा के सामने भयंकर जाम की स्थिति उत्पन्न होगी।
प्रगति मैदान सुरंग सड़क योजना
इंडिया गेट के यातायात को रिंग रोड पर सिग्नल फ्री पहुंचाने के लिए प्रगति मैदान सुरंग सड़क योजना बनाई गई है। इसके अलावा मथुरा रोड को सिग्नल फ्री किए जाने की योजना है। इस योजना पर काम शुरू हो गया है। मगर, पूरा होने में कम से कम दो साल लगेंगे।
भैरो मार्ग जंक्शन सुरंग सड़क योजना
इस योजना पर काम अभी शुरू नहीं हो सका है। इस कार्य को शुरू करने के लिए अभी रेलवे ने मंजूरी नहीं दी है। इस योजना का कार्य शुरू होने से लेकर पूरा होने में कम से कम दो साल का वक्त लगेगा।
कश्मीरी गेट से सराय काले खां तक नया कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव
योजना के अनुसार, रिंग रोड के साथ एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाना है। अभी यूटिपेक से मंजूरी नहीं मिली है। इस योजना पर भी काम शुरू होने में समय लगेगा।