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दिल्ली को प्लास्टिक फ्री करने की अनोखी कवायद, 20 रुपये में लें QR कोड वाले झोले, लौटाते ही पैसे वापस

बैग को ग्राहक किसी भी एसयूपी विकल्प स्टोर से 20 रुपए में खरीद सकता हैजोकि बैग वापस करने पर रिफंडेबल हैलेकिन एसयूपी विकल्प प्रोत्साहन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान 50 बैग लेने वालों से केवल 30 बैग के ही पैसे लिए गए जो बैग वापस करने पर उन्हें वापस मिल जाएगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 06 Jul 2022 10:35 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jul 2022 10:35 PM (IST)
दिल्ली को प्लास्टिक फ्री करने की अनोखी कवायद, 20 रुपये में लें QR कोड वाले झोले, लौटाते ही पैसे वापस
बुधवार को मालवीय नगर बाजार में क्यूआर कोड लगे कपड़े के बैग बांटे गए। फोटो- विपिन।

नई दिल्ली [रजनीश पाण्डेय]। दिल्ली नगर निगम(एमसीडी) के साथ मिलकर व्हाइ वेस्ट वेडनेशडेज फाउंडेशन एक अभियान चला रही है। इसके तहत दिल्ली में सब्जी-फलों, किराना व डेरी की दुकानों पर क्यूआर कोड लगे झोले उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनका उद्देश्य लोगों को एसयूपी विकल्प के बारे में जानकारी देकर जागरूक करना व सिंगल यूज प्लास्टिक (एसयूपी) उत्पादों के उपयोग को राजधानी में कम करना है।

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बांटे गए क्यूआर कोड लगे बैग

इसके तहत बुधवार को मालवीय नगर बाजार में क्यूआर कोड लगे कपड़े के बैग बांटे गए। वैसे तो इस बैग को ग्राहक किसी भी एसयूपी विकल्प स्टोर से 20 रुपए में खरीद सकता है, जोकि बैग वापस करने पर रिफंडेबल है, लेकिन एसयूपी विकल्प प्रोत्साहन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान 50 बैग लेने वालों से केवल 30 बैग के ही पैसे लिए गए जो बैग वापस करने पर उन्हें वापस मिल जाएगा।

जल्दबाजी में लोग नहीं ले जा पाते हैं बैग

व्हाइ वेस्ट वेडनेशडेज फाउंडेशन की संस्थापक व एमसीडी की ब्रांड अंबेसेडर डा. रूबी मखीजा ने बताया कि उन्होंने लोगों को अक्सर जल्दबाजी के चलते बाजार में कैरी बैग न ले जाते हुए देखा। इसके चलते लोग दुकानदार से एसयूपी पालीथिन की मांग करते हैं और इससे इन उत्पादों का उपयोग बढ़ता चला जा रहा है।

एसयूपी प्रोडक्ट को रोकने के लिए शुरू किया प्रोजेक्ट

एसयूपी उत्पादों के बढ़ते उपयोग के रोकने के लिए उन्होंने विकल्प नामक एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की। इसके तहत उन्होंने किराना, फल-सब्जी, दूध इत्यादि दुकानों पर जाकर ये क्यूआर कोड लगे बैग उपलब्ध कराए और उन्हें विकल्प स्टोर का नाम दे दिया। इससे यदि कोई व्यक्ति घर से झोला (कैरी बैग) लाना भूल जाता है तो वह 20 रुपए देकर दुकानदार से कैरी बैग ले ले।

काम होने के बाद बैग वापस होते ही पैसे मिलेंगे वापस

उपयोग खत्म हो जाने के बाद दुकानदार को बैग वापस कर दे और अपने पैसे वापस ले लें। वहीं, कोई भी व्यक्ति दुकान से बिना सामान खरीदे भी 20 रुपए देकर केवल झोला भी ले सकता है। लोगों को यह तरीका काफी पसंद आया। आज पूरी दिल्ली में संस्थान के ऐसे 145 विकल्प स्टोर उपलब्ध हैं जहां पर जाकर लोग इन कपड़े के बैग को खरीद सकते हैं या फिर वापस कर सकते हैं। इससे ग्राहकों को असुविधा भी नहीं होगी, कोई अतिरिक्त भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा और एसयूपी उत्पादों के उपयोग पर नियंत्रण भी किया जा सकेगा।

क्यूआर कोड को स्कैन करने पर मिल सकेगी सारे विकल्प स्टोर की जानकारी

कपड़े के इन बैग में एक क्यूआर कोड लगा हुआ है जिसे स्कैन कर कोई भी व्यक्ति आसानी से किसी भी विकल्प स्टोर की लोकेशन व अन्य जानकारी प्राप्त कर सकता है। इससे उपयोगकर्ता को ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और वो बैग कहीं से भी लाया हो, अपने नजदीकी विकल्प स्टोर पर वापस कर सकता है।


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