Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका
भारतीय मूल के 227 भारतीय और अफगान नागरिकों के भारत आने संबंधित एक याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दायर की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदू सिख तालिबान द्वारा जान से मारने की धमकी का सामना कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। अफगानिस्ता पर तालीबान पर पूरी तरह कब्जे के तकरीबन 2 महीने बाद भी वहां पर फंसे सिख और हिंदू भारतीय वतन वापसी की बाट जोह रहे हैं। इस कड़ी में भारतीय मूल के 227 भारतीय और अफगान नागरिकों के भारत आने संबंधित एक याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दायर की गई है। इस याचिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदू, सिख, तालिबान द्वारा जान से मारने की धमकी का सामना कर रहे हैं। याचिकाकर्ता ने दिल्ली कोर्ट में दाखिल याचिका के जरिये तत्काल ऐसे लोगों की अफगानिस्तान से निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी की मांग की है।
इस बीच खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने भी एक बार फिर भारत सरकार वहां से निकालने की गुहार लगाई है। उन्होंने 18 अक्टूबर को एक पत्र के जरिए सुरक्षित भारत ले जाने का निवेदन किया है। इस पत्र में कहा गया है कि 25 अगस्त को एक आदेश के जरिए सभी मौजूदा वीजा अमान्य करार कर दिए गए और 12 सितंबर को भारतीय अधिकारियों के सुझाव पर दोबारा वीजा के लिए आवेदन देने के लिए कहा गया था।
बताया जा रहा है कि पिछले महीने 12 सितंबर को 208 लोगों ने वीजा के लिए दोबारा आवेदन दिया, लेकिन अभी तक किसी भी आवेदन को प्रोसेस नहीं किया गया. साथ ही 6 ऐसे भी अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य हैं जिनके पास पासपोर्ट नहीं हैं क्योंकि अभी भी अफगानिस्तान में सरकारी कार्यालय काम नहीं कर रहे हैं।