दिल्ली-NCR में फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिये- अपने शहर का हाल
कंपनियों के मुताबिक, तेल के दामोें में इजाफे के बाद दिल्ली में पेट्रोल 69.07 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो डीजल 62.81 रुपये प्रति लीटर।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में एक बार फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में मामूली इजाफा हुआ है। कंपनियों के मुताबिक, तेल के दामोें में 0.19 पैसे के इजाफे के बाद दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 69.26 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो डीजल 0.29 पैसे के इजाफे के साथ 63.10 रुपये प्रति लीटर है। बता दें कि 16 जून से पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन अंतरराष्ट्रीय मार्केट के हिसाब से बदल रही हैं।
वहीं, देश का आर्थिक राजधानी मुंबई में शनिवार को 0.19 पैसे के इजाफे के साथ पेट्रोल 74.19 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो 0.31 पैसे के इजाफे के साथ डीजल 66.04 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
फास्टैग की बिक्री दिल्ली-एनसीआर के 50 पेट्रोल पंपों पर होगी
टोल अदायगी के मकसद से वाहन में लगाया जाने वाला आरएफआइडी फास्टैग अब पेट्रोल पंपों पर भी मिलेगा। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने सरकारी तेल कंपनियों के साथ समझौता किया है। यह समझौता एनएचएआइ की कंपनी इंडियन हाईवेज मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (आइएचएमसीएल) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (एचपीसीएल) के बीच हुआ है। इसके तहत आइएचएमसीएल के फास्टैग इन तीनों कंपनियों के देश भर में फैले पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध होंगे। इसकी शुरुआत दिल्ली-एनसीआर से हो रही है, जहां तीनों कंपनियों के 50 पेट्रोल पंपों से फास्टैग खरीदे जा सकते हैं।
आइएचएमसीएल ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन प्रोग्राम (एनईटीसी) के कार्यान्वयन के साथ-साथ रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) तकनीक पर आधारित टैग ‘फास्टैग’ की बिक्री और प्रबंधन का कार्य अप्रैल, 2016 से प्रारंभ किया था। प्रोग्राम को जबरदस्त कामयाबी मिली है और अब तक राष्ट्रीय राजमार्गों के 450 टोल प्लाजा के अलावा चुनिंदा प्रादेशिक राजमार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह की शुरुआत हो चुकी है।
क्या है फास्टैग
फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक चिप है, जिसे वाहन पर स्टिकर की तर्ज पर चस्पा किया जा सकता है। जैसे ही यह टैग इसे पढ़ने के लिए उपयोग की जा रही रेडियो फ्रीक्वेंसी के दायरे में आता है, इसकी सारी सूचना एक सिस्टम में दर्ज हो जाती है। मसलन, फास्टैग से लैस वाहन अगर इस सुविधा से युक्त टोल प्लाजा से गुजरता है, तो उसके लिए टोल बैरियर अपने-आप खुल जाता है। इसकी वजह यह है कि टोल प्लाजा का फास्टैग रीडिंग सिस्टम उस फास्टैग में दर्ज बैलेंस में से टोल की राशि स्वयमेव काट लेता है। इससे समय की बचत के साथ-साथ फास्टैग पर दी जाने वाली किसी तरह की छूट (अगर ऐसा कोई ऑफर लागू हो तो) का भी फायदा मिल जाता है। फास्टैग को सुविधानुसार रीचार्ज कराया जा सकता है। टोल प्लाजा पर इस तरह के वाहनों के लिए आमतौर पर विशेष लेन की सुविधा होती है, जिससे वाहनों को ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़े।
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