लॉकडाउन में अब तक 657 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर ने पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी शरत कुमार सिन्हा के मुताबिक सबसे ज्यादा 125 गर्भवती महिलाओं को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान पुलिस कंट्रोल रूम पीसीआर वैन ने अब तक 657 गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाया। लॉकडाउन के कारण सार्वजनिक वाहन के अभाव और निजी वाहनों पर प्रतिबंध के साथ ही इन महिलाओं को एंबुलेंस भी नहीं मिल पाई। ऐसी स्थिति में पीसीआर ने सूचना मिलने के साथ ही इन महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया।
सबसे ज्यादा 125 गर्भवती महिलाओं को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया गया
डीसीपी शरत कुमार सिन्हा के मुताबिक सबसे ज्यादा 125 गर्भवती महिलाओं को सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया गया है। मदन मोहन मालवीय अस्पताल में 50 और 48 महिलाओं को संजय गांधी अस्पताल में पहुंचाया गया। लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में 47 और बीएसए अस्पताल में 38 महिलाओं को पहुंचाया गया। 33 महिलाओं को दादा देव अस्पताल, 25 को बाड़ा हिंदूराव और 23 को डीडीयू अस्पताल पहुंचाया गया है।
लॉकडाउन के दौरान लोगों को परिवहन का कोई भी साधन मिलना मुश्किल
पीसीआर पुलिस के लगभग सभी जोन की पुलिस यूनिट ने अपने इलाके में प्रसव पीड़ा से परेशान महिला के बारे में कॉल मिलने पर अस्पताल पहुंचाया है। प्रसव पीड़ा से संबंधित कोई भी कॉल मिलने पर तुरंत मदद देने के आदेश सभी यूनिट को दिए गए हैं, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान लोगों को परिवहन का कोई भी साधन मिलना मुश्किल है।ऐसी भी कई महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया है, जिनके घर से अस्पताल की दूरी करीब 15 किलोमीटर से अधिक है।
धैर्य बनाए रखिए
इधर, लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए कई संस्थाओं के साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी लोग सामने आए हैं। इसी कड़ी में पश्चिमी जिला भाजपा के उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवकों के साथ मिलकर लोगों की मदद की। संजय अग्रवाल ने कहा कि हमें अपना धैर्य बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मोती नगर एवं मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में 95 परिवारों को 15 दिन का राशन वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में सेवा भारती के राष्ट्रीय महामंत्री श्रवण जी दिल्ली भाजपा के समन्वयक दयानंद जी सहित कई लोग मदद करने के लिए आगे आए हैं।