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पीसीआर ने पकड़ी सेना की कैंटीन में बेची जाने वाली शराब, पुलिस को देखते ही कार छोड़ कर भागे बदमाश

पीसीआर कर्मियों ने एक कार से शराब बरामद की है। हालांकि तस्कर कार को छोड़कर फरार हो गए। कार से जो शराब बरामद हुई है वह सेना की कैंटीन में बिक्री के लिए थी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 10:49 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 10:49 PM (IST)
पीसीआर ने पकड़ी सेना की कैंटीन में बेची जाने वाली शराब, पुलिस को देखते ही कार छोड़ कर भागे बदमाश

नई दिल्ली (लोकेश चौहान)।  लॉकडाउन के दौरान जहां सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को सड़क पर आने की अनुमति है, वहीं पीसीआर कर्मियों ने एक कार से शराब बरामद की है। हालांकि तस्कर कार को छोड़कर फरार हो गए। कार से जो शराब बरामद हुई है, वह सेना की कैंटीन में बिक्री के लिए थी। पीसीआर कर्मियों ने शराब और कार को जफरापुर कलां थाना पुलिस को सौंप दिया है।

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डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने बताया कि 17 अप्रैल की रात में पीसीआर पर तैनात एसआइ सतबीर सिंह, कांस्टेबल राजबीर और अमित फिरनी रोड पर खेर गांव के पास पेट्रोलिंग कर रहे थे। रात में करीब 11 बजे एक सफेद रंग की मारूति ब्रीजा कार को खाली मैैदान से मुख्य सड़क की तरफ आते देखा।

पुलिस को सड़क पर देख कार चालक ने भागने का प्रयास किया। पीसीआर ने कार का पीछा किया तो कार चालक कार को छोड़कर भाग निकला। कार की तलाशी लेने पर उसके से 30 बोतल शराब की बरामद हुई। यह शराब सेना की कैंटीन में बिक्री के लिए थी। पीसीआर कर्मियों ने स्थानीय थाना पुलिस को सूचना देकर शराब और कार को उन्हें सौंप दिया।

वहीं इधर, लुटियंस दिल्ली की बंगाली मार्केट पहला हॉटस्पॉट बना तो दिल्ली में खलबली मच गई, क्योंकि लुटियंस दिल्ली में प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति और केंद्रीय मंत्रियों से लेकर सांसदों के घर हैं, लेकिन जिला प्रशासन की सूझबूझ से अब तक लुटियंस दिल्ली का दूसरा इलाका हॉटस्पॉट नहीं बना हैं। नई दिल्ली जिला प्रशासन और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) इसके लिए युद्ध स्तर पर अभियान चला रहा है।

एनडीएमसी के विभिन्न रिहायशी क्षेत्रों में न केवल सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया जा रहा है, बल्कि यहां पर स्थित दूसरे राज्यों के राज्य भवनों में कार्यरत लोगों की निगरानी भी कर रहा है, ताकि किसी को भी अगर संक्रमण हो तो उसे तुरंत या तो आइसोलेशन में ले जाया जाए और संक्रमण का खतरा होने पर होम क्वारंटाइन किया जाए। प्रशासन की कोशिश दूसरे लोगों में संक्रमण को रोकने की है।


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