विदेश से आने वाले यात्रियों को लेकर गाइडलाइन जारी, क्वारंटाइन के लिए करना होगा भुगतान
दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि विदेश से दिल्ली हवाई अड्डे पर आने वाले यात्रियों को 14 दिनों के लिए किराए पर रहने की सुविधा दी जाएगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस बीच दिल्ली सरकार ने विदेश से आने यात्रियों के लिए एक गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक, यात्रियों को स्वास्थ्य जांच से गुजरना होगा और उन्हें 14 दिन तक क्वारंटाइन रहना पड़ेगा। क्वारंटाइन के दौरान यात्रियों को स्वंय खर्च वहन करना पड़ेगा।
दिल्ली सरकार की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक विदेश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटाइन के लिए व्यवस्था की जाएगी। इसका खर्च यात्री को खुद उठाना पड़ेगा। सरकार की तरफ से इस संबंध में एक दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है। यात्रियों की स्क्रीनिंग और हैंडलिंग के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
बता दें कि विदेशों में फंसे भारतीयों को एयर इंडिया 7 मई से 13 मई तक 64 उड़ानें संचालित करेगा। कई चरण में यात्रियों को दिल्ली लाया जाएगा। केंद्र सरकार ने इसके लिए अपनी मंजूरी भी दे दी है। विदेशों में करीब 15 हजार लोग फंसे हुए हैं।
केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार, फ्लाइट्स से पहले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं पाएंगे सिर्फ उन्ही को ही यात्रा की इजाजत होगी। इसके अलावा नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से जारी सभी प्रोटोकॉल को सख्ती से पालन करना पड़ेगा। केंद्र सरकार की कोशिश है कि जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है, उन्हें पहले लाया जाए। कई पर्यटक व छात्र भी विदेश में फंसे हैं और उन्हें भी लाया जाएगा। खाड़ी से तकरीबन तीन लाख लोगों ने आने के लिए आवेदन किया है। भारतीयों को लाने जो जहाज जाएगा, उसमें संबंधित देशों के विदेशी नागरिकों या छह माह से एक वर्ष तक का विदेशी वीजा रखने वाले भारतीयों को भी जाने की छूट होगी।
यहां से आएंगे भारतीय
यूएई, सऊदी अरब, बहरीन बांग्लादेश, ब्रिटेन, अमेरिका, मालदीव, कुवैत में फंसे लोग निकाले जाएंगे। यह अभियान कई हफ्ते चल सकता है।
पहले चरण में 13 देशों से निकाले जाएंगे लोग
पहले हफ्ते में 13 देशों से 14800 लोग लाए जाएंगे। अभियान के पहले दिन 10 उड़ानों से 2300 भारतीय लौटेंगे। दूसरे दिन नौ देशों से 2050 लोग चेन्नई, कोच्चि, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु और दिल्ली पहुंचेंगे। तीसरे दिन पश्चिम एशिया, यूरोप, अमेरिका व दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से 2050 लोग मुंबई, कोच्चि, लखनऊ और दिल्ली पहुंचेंगे। चौथे दिन अमेरिका, ब्रिटेन और यूएई समेत आठ देशों में फंसे 1850 लोगों को लाया जाए