पेरेंट्स एसोसिएशन ने उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखा पत्र, कहा- तत्काल प्रभाव से स्कूलों में घोषित हो ग्रीष्मकालीन अवकाश, बताया ये कारण
डीपीए की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने पत्र लिखकर की मांगफोटो-16डेल205 से 207
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भीषण गर्मी को देखते हुए दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (डीपीए) की ओर से उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को पत्र लिखकर दिल्ली के सभी स्कूलों में तत्काल प्रभाव से ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित करने की मांग की है। डीपीए की अध्यक्ष अपराजिता गौतम की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि दिल्ली में आग उगलती घातक गर्मी के बीच स्कूल आने-जाने से कई बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। इससे स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी कम हो रही है।
मीडिया खबरों के मुताबिक 72 साल बाद दिल्ली में इतनी गर्मी पड़ रही है। इसलिए इतनी गर्मी में बच्चों का स्कूल आना-जाना उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है। डीपीए अध्यक्ष ने पत्र में यह भी लिखा है कि रविवार को दिल्ली का तापमान 49 डिग्री तक पहुंच गया था, जिससे बच्चे क्या बड़ों की भी हालत खराब थी।
केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों में भी ये साफ किया गया है कि दोपहर 12 से तीन बजे के बीच बच्चों का बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है। ये वही समय होता है जब तेज धूप और गर्मी में स्कूल की छुट्टी के बाद बच्चे अपने घरों की ओर लौटते हैं।
अभिभावक भी स्कूल बंद करने के पक्ष में
सोनू सेठी (अभिभावक) का कहना है कि मेरा बेटा आठवीं कक्षा में पढ़ता है। दोपहर को स्कूल से आते समय धूप और गर्मी से काफी परेशान हो जाता है। बच्चों के लिए तेज धूप, गर्मी और लू को सहन कर पाना बहुत मुश्किल है। इसलिए भयंकर गर्मी को देखते हुए सरकार को तुरंत स्कूलों की गर्मी की छुट्टी कर देनी चाहिए।
अभिभावक पारुल का कहना है कि मेरी बेटी छठी कक्षा में केंद्रीय विद्यालय में पढ़ती है। भयंकर गर्मी को देखते हुए सभी केंद्रीय विद्यालयों की एक सप्ताह पहले ही छुट्टी कर दी गई थी। बेटी को एक महीने का होम वर्क भी दिया गया है। इसी तरह दूसरे स्कूलों की भी तुरंत छुट्टी की जानी चाहिए। इस समय की गर्मी और धूप से बच्चे बीमार हो रहे हैं।