रामलीला मैदान में आतंकवाद के खिलाफ जारी होगा फतवा, जुटेंगे एक लाख उलेमा एवं सूफी
पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को लेकर देशभर में उबाल के बीच रामलीला मैदान में हजारों उलेमाओं की मौजूदगी में आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को लेकर देशभर में उबाल के बीच रामलीला मैदान में हजारों उलेमाओं की मौजूदगी में आतंकवाद के खिलाफ फतवा जारी होगा। साथ ही पाकिस्तान की भर्त्सना करने के साथ उसके खिलाफ केंद्र सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की जाएगी। रामलीला मैदान में 24 फरवरी को ऑल इंडिया तंजीम उलेमा-ए-इस्लाम द्वारा एक दिवसीय विश्व शांति सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
जुटेंगे एक लाख से ज्यादा उलेमा व सूफी
इसमें देशभर के मदरसों और दरगाहों से एक लाख से अधिक उलेमा व सूफी के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। इसमें 10 अन्य देशों के धर्मगुरु भी शामिल होंगे। प्रेस क्लब आॅफ इंडिया में इस आयोजन की जानकारी देते हुए सम्मेलन के संयोजक व गरीब नवाज एजुकेशनल एंड डेवलपमेंट काउंसिल के महासचिव कारी मुहम्मद मियां मजहरी ने बताया कि इस सम्मेलन में खानकाहे बरकातिया कादरिया माहरेहरा शरीफ के सज्जादानशीं अध्यात्मिक गुरू प्रो. अमीन मियां कादरी बरकाती होंगे।
10 देशों के उलेमा पहुंचेंगे दिल्ली
वहीं, अजमेर शरीफ, कछौछा, बरेली, देवा शरीफ, कलियर व गुलबर्गा शरीफ जैसे दरगाहों के सज्जादानशीं व उलेमा शामिल होंगे। इस तरह सम्मेलन में शामिल होने के लिए बांग्लादेश, तुर्की, मारिशस, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका समेत करीब 10 देशों के उलेमा दिल्ली पहुंचेंगे।
सम्मेलन में जारी होगा फतवा
सम्मेलन के अंत में आतंकवाद के खिलाफ इस्लामी तालीमात पर आधारित उलेमा अहले सुन्नत की ओर से फतवा भी जारी किया जाएगा, जिसमें सैकड़ों उलेमाओं के हस्ताक्षर होंगे। इस अवसर पर कारी मुहम्मद ने आतंकवाद की पैदाइश के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मोदी सरकार को पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए, अब अवसर इंतजार का नहीं है। समय आ गया है कि पाक के कब्जे वाली कश्मीर को भारत में मिलाने का प्रयास हो, तभी उसे सबक मिलेगा।