करतारपुर जा रहे 23 भारतीयों के पासपोर्ट पाक उच्चायोग से गायब
पाकिस्तानी उच्चायोग ने पहले तो इस घटना से खुद को अलग कर लिया और बाद में कहा कि पासपोर्ट गायब होने में उसके किसी अधिकारी का हाथ नहीं है।
नई दिल्लीए जेएनएन। पाकिस्तान उच्चायोग से 23 भारतीयों के पासपोर्ट गायब होने की खबर है। ये लोग करतारपुर व अन्य गुरुद्वारों की यात्रा करने पाकिस्तान जाने वाले थे। एक पासपोर्ट धारक ने जब नई दिल्ली जिला पुलिस में पासपोर्ट गायब होने की एफआइआर दर्ज कराई, तब यह मामला सामने आया। शनिवार को इसकी जानकारी मिलते ही विदेश मंत्रालय ने तत्काल सभी पासपोर्टो को निरस्त कर दिया।
पाक उच्चायोग ने झाड़ा पल्ला
खबरों के मुताबिक, विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने भी यह मुद्दा उठाया है। इसमें गायब पासपोर्ट का गलत इस्तेमाल न हो इसके लिए जरूरी कार्रवाई करने को कहा है। दूसरी तरफ पाकिस्तानी उच्चायोग ने पहले तो इस घटना से खुद को अलग कर लिया और बाद में कहा कि पासपोर्ट गायब होने में उसके किसी अधिकारी का हाथ नहीं है।
सभी तीर्थयात्री के गायब हैं पासपोर्ट
इसके बदले उच्चायोग ने दिल्ली के ट्रैवल एजेंट को ही इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। हालांकि, ट्रैवल एजेंट का दावा है कि उसने सभी यात्रियों के दस्तावेज उच्चायोग को सौंप थे। बाद में जब वह पासपोर्ट लेने गया, तो अधिकारियों ने कहा कि इन यात्रियों का कोई दस्तावेज उनके पास नहीं है। गायब पासपोर्ट सिख तीर्थयात्रियों के बताए जा रहे हैं। यहां बता दें कि पाक सरकार ने गुरु नानक देव जी की 549वीं जयंती समारोह में शामिल होने के लिए 21 से 30 नवंबर तक 3800 भारतीय सिखों को वीजा जारी किया था।
इमरान ने किया था करतारपुर साहिब कॉरिडोर का उद्घाटन
सरकार के 100 दिन पूरे होने पर इमरान खान ने 28 नवंबर को पाक की तरफ वाले करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इसमें भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर, हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के मंत्री और काग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हुए थे। 29 नवंबर को पाक के विदेश मंत्री कुरैशी ने बयान दिया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुगली फेंकी और भारत को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल होना पड़ा।