Delhi Oxygen Shortage: 6 टैंकरों में 120 टन ऑक्सीजन लेकर छत्तीसगढ़ से दिल्ली पहुंची 'ऑक्सीजन एक्सप्रेस'
Delhi Oxygen Shortage सोमवार को भी दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर 30.86 टन ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची। ओडिशा के अंगुल से ये ऑक्सीजन आई है। सोमवार शाम 5.10 बजे यह रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इसके बाद दोनों टैंकरों को पुलिस की निगरानी में गंतव्य स्थान तक भेज दिया गया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश की राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट जारी है। इस बीच ऑक्सीजन एक्सप्रेस मंगलवार सुबह छह टैंकरों में 120 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर दुर्गापुर (छत्तीसगढ़) से ओखला आइसीडी ओखला पहुंची। इन्हें सुबह से ही दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों पहुंचाया जा रहा है।
दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर आक्सीजन लेकर पहुंची ऑक्सीजन एक्सप्रेस
इससे पहले सोमवार को दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर 30.86 टन ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची। ओडिशा के अंगुल से ये ऑक्सीजन आई है। सोमवार शाम 5.10 बजे यह रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इसके बाद दोनों टैंकरों को पुलिस की निगरानी में गंतव्य स्थान तक भेज दिया गया। राजधानी दिल्ली में तीसरी बार ऑक्सीजन एक्सप्रेस से ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। सबसे पहले 27 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से 70 टन ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। इसके बाद दुर्गापुर से 120 टन ऑक्सीजन लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी। अब तक ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से राजधानी दिल्ली को 220.86 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हो चुकी है।
वहीं, कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भी अपनी भूमिका अदा कर रहा है। रोजाना विभिन्न विमानों से यहां चिकित्सा उपकरण लाए जा रहे हैं। विमान से उतारकर सामग्री को वेयरहाउस में रखा जाता है। यहां विभिन्न तापक्रमों पर दवाइयों को रखने की सुविधा है, ताकि दवाइयां खराब न हों। यहां सामान रखे जाने के बाद फिर जरूरत के हिसाब से वेयर हाउस से अलग-अलग जगहों पर चिकित्सा सामग्री भेजी जा रही है। इनमें टीका, क्रायोजेनिक टैंकर, रेमडेसिविर इंजेक्शन, आक्सीजन कंसंट्रेटर, विभिन्न दवाइयां सहित कई जरूरी चीजें शामिल हैं। पांच दिन के अंदर एयरपोर्ट पर 300 टन सामग्री की खेप दुनिया के अलग-अलग देशों से यहां पहुंच चुकी है। यह चिकित्सा सामग्री अमेरिका, ब्रिटेन, उज्बेकिस्तान, थाइलैंड, कतर, जर्मनी व चीन सहित विभिन्न देशों से मंगाई गई है।