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दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा विपक्ष

विपक्ष बृहस्पतिवार को 12 बजे सिविल लाइन थाने में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के विरूद्ध राजनिवास पर दिए गए धरने को लेकर एफआइआर दर्ज कराएगा।

By Edited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 08:49 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 10:52 PM (IST)
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा विपक्ष
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा विपक्ष

नई दिल्ली (जेएनएन)। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार भाजपा के पोल खोल अभियान से घबरा गई है। बांग्लादेशी घुसपैठियों, एक हजार बसों की खरीद में घोटाले व परिवहन सचिव के साथ परिवहन मंत्री की अभद्रता जैसे मुद्दों पर सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा। इसीलिए विपक्ष को या तो बोलने से रोका जाता है या मार्शल बुलवाकर उन्हें सदन से निकाल दिया जाता है।

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अब तो झूठे मुकदमे भी बनाए जा रहे हैं। इसके बावजूद विपक्ष हार नहीं मानेगा और जनहित के मुद्दे उठाता रहेगा। बुधवार को विधानसभा परिसर में ही आयोजित एक पत्रकार वार्ता में गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी ने विपक्ष के तीखे प्रहारों से नर्वस होकर आपातकालीन हालात पैदा कर दिए हैं। वह अलोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष का दमन करने पर उतर आई है।

दो महीने बाद सरकार ने जून में सचिवालय में विपक्ष द्वारा दिए गए धरने के विरूद्ध पुलिस से एफआइआर दर्ज करने को कहा है। इस दमनकारी कदम के प्रति उत्तर में विपक्ष भी बृहस्पतिवार को 12 बजे सिविल लाइन थाने में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों के विरूद्ध राजनिवास पर दिए गए धरने को लेकर एफआइआर दर्ज कराने जा रहा है।

दरअसल 12 जून को मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और उनके मंत्री उपराज्यपाल के साथ औपचारिक बैठक के लिए गए थे, लेकिन उन्होंने अपनी मागों को लेकर वहां डेरा डाल दिया और उनके प्रतीक्षा कक्ष में धरने पर बैठ गए। उन्होंने उपराज्यपाल निवास के अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों तथा दिल्ली पुलिस के निवेदनों पर भी ध्यान नहीं दिया कि वे राजनिवास खाली कर दें।

विपक्ष के नेता ने कहा कि पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने उनके ऊपर मानहानि का झूठा मुकदमा दर्ज कराया है। विधायक ओम प्रकाश के विरूद्ध जबरन केस बनाकर विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया है। दो दिन की सदन की कार्यवाही में दोनों ही दिन विपक्ष के नेता को बलपूर्वक मार्शलों द्वारा बाहर किया गया।

पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री उनको सचिवालय में जाने और धरने पर बैठने से नहीं रोक सकते। विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि भरी विधानसभा में आप के बाहुबली मरने मारने की धमकी देते हैं। यह व्यवहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक जगदीश प्रधान ने कहा कि सरकार अपनी कमियों से ध्यान हटाने के लिए विपक्षी विधायकों के विरूद्ध कार्यवाही कर रही है।


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