दिल्ली-एनसीआर में भी बढ़ने वाली हैं ओला-उबर की मुश्किलें, तेज है आंदोलन की तैयारी
कैब चालक किराया बढ़ाने की मांग को लेकर लंबा आंदोलन कर चुके हैं। मामला कोर्ट भी गया, लेकिन चालकों के मुताबिक अभी भी उनकी समस्या जस की तस है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में ओला-उबर के चालकों के हड़ताल पर जाने के बीच राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी एप बेस्ड कैब संचालक कंपनियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। इनके चालकों ने 22 मार्च को आंदोलन और हड़ताल की धमकी दी है। इसके पहले भी कई बार कैब चालक किराया बढ़ाने की मांग को लेकर लंबा आंदोलन कर चुके हैं। मामला कोर्ट भी गया, लेकिन चालकों के मुताबिक अभी भी उनकी समस्या जस की तस है।
विरोध प्रदर्शन की तैयारी
सर्वोदय ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले कैब चालक 22 मार्च को संसद के नजदीक विरोध प्रदर्शन की तैयारी में है। इस बारे में एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि राठौर ने बताया कि इसमें करीब चार हजार ड्राइवर भाग लेंगे, जिनमें ऑटो, टैक्सी के साथ कैब के चालक भी होंगे।
केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग
विरोध प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश, पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों के भी चालक शामिल होंगे। प्रमुख मांग किराया 6 रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ाने, एक कैब कंपनियों का एक निर्धारित कमीशन तय करने, सरकार द्वारा ग्राहकों का डाटा अपने कब्जे में लेने जैसी मांगें भी शामिल होंगी। केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग के साथ उसे 25 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा जाएगा।
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