Delhi News: अधिकारी ग्रीन ऐप से करेंगे दिल्ली की सड़कों की समस्या खत्म, जानिए कैसे लोगों को होगा फायदा
समस्या दिखते ही उसकी फोटो पर्यावरण विभाग की ओर से बनाए गए ग्रीन एप पर अपलोड करेंगे। सड़क पर अतिक्रमण अवैध पार्किंग हो या अन्य समस्या पीडब्ल्यूडी उस समस्या पर संज्ञान लेते हुए या तो खुद समस्या को दूर करेगा या फिर अन्य विभाग को सूचित कर देगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। यमुनापार में एसडीएम और तहसीलदार लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की सड़कों पर अतिक्रमण समेत अन्य समस्याएं तलाशेंगे। समस्या दिखते ही उसकी फोटो पर्यावरण विभाग की ओर से बनाए गए ग्रीन एप पर अपलोड करेंगे। सड़क पर अतिक्रमण, अवैध पार्किंग हो या अन्य समस्या, पीडब्ल्यूडी उस समस्या पर संज्ञान लेते हुए या तो खुद समस्या को दूर करेगा या फिर अन्य विभाग को सूचित कर देगा।
ग्रीन एप को चलाने की ट्रेनिंग
ग्रीन एप को किस तरह से इस्तेमाल करना है और पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर प्रशासन को कैसे काम करना है, इसकी आनलाइन ट्रेनिंग एसडीएम और तहसीलदार को दी गई है। ट्रेनिंग मिलने के बाद अगले एक से दो दिन में दोनों अधिकारी अपना काम शुरू कर देंगे। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस एप से दिल्ली सरकार के कई विभाग जुड़े हुए हैं।
24 घंटे अतिक्रमण मुक्त रहेंगी सड़कें
पीडब्ल्यूडी ने अतिक्रमण के खिलाफ 23 मई को एक एक्शन प्लान बनाया है। इस प्लान के जरिये पीडब्ल्यूडी की सड़कों को 24 घंटे अतिक्रमण मुक्त बनाए रखना है। सभी जिलाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वह रोज सड़कों से संबंधित प्रतिक्रिया एप के जरिये पीडब्ल्यूडी को देंगे। इसके साथ ही एसडीएम और तहसीलदार को कहा गया है कि वह अपने डिवीजन में पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर घूमें और देखें कि कहां पर अतिक्रमण है या कोई दूसरी समस्या है। इस समस्या की फोटो मौके से ही ग्रीन एप पर अपलोड करें, कुछ देर बाद वह समस्या सीधे पीडब्ल्यूडी तक पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन तालमेल का काम करेगा, वह सिर्फ समस्या की पहचान करके पीडब्ल्यूडी को सूचित करेगा। पीडब्ल्यूडी उस पर कार्रवाई करेगा।
सड़कों पर अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से परेशानी
यमुनापार में पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से लोग परेशान हैं। जगतपुरी, पटपड़गंज, खजूरी, वजीराबाद रोड, कोंडली, विकास मार्ग सहित अन्य सड़कों पर अतिक्रमण है।
ऐप से बताएंगे समस्या
उत्तर पूर्वी जिले के सभी एसडीएम व तहसीलदारों को ग्रीन ऐप की ट्रेनिंग दी गई है, वे ऐप का इस्तेमाल करके पीडब्ल्यूडी को समस्याएं बताएंगे।
गीतिका शर्मा, जिलाधिकारी, उत्तर पूर्वी।