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दिल्ली के एक शख्स के संघर्ष की कहानी, सामान ढोने वाला बनेगा NDMC का मेयर

अवतार सिंह को महापौर तो योगेश वर्मा को उपमहापौर पद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। दोनों ने निगम सचिव कार्यालय में नामांकन कर दिया है।

By Edited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 10:47 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 03:46 PM (IST)
दिल्ली के एक शख्स के संघर्ष की कहानी, सामान ढोने वाला बनेगा NDMC का मेयर
दिल्ली के एक शख्स के संघर्ष की कहानी, सामान ढोने वाला बनेगा NDMC का मेयर

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। नई दिल्ली तमाम अटकलों के बाद उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर और उप महापौर पद के लिए भाजपा ने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। अवतार सिंह को महापौर तो योगेश वर्मा को उपमहापौर पद के लिए प्रत्याशी बनाया गया है। दोनों ने निगम सचिव कार्यालय में नामांकन कर दिया है। अब 29 अप्रैल को निगम की बैठक में इसके लिए चुनाव होगा। चूंकि दोनों पदों के लिए एक-एक ही नामांकन दाखिल हुआ है, इसलिए दोनों का निर्विरोध चुना जाना तय है। खास बात यह है कि अवतार सिंह दिल्ली के पहले अनुसूचित जाति वर्ग से सिख महापौर होंगे। इनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। जीवन चलाने के लिए अवतार सिंह ने दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में बेल ब्वॉय (सामान वाहक) का कार्य किया है।

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अवतार सिंह ने बताया कि वर्ष 1989 में वे एक पांच सितारा होटल में कुली की तरह कार्य करते थे। यहां उन्होंने दो वर्ष कार्य किया था। इसके बाद उन्होंने अपना कार्य शुरू करने की ठानी तो पीपल के पेड़ के नीचे ही चाय की दुकान खोल ली। यहां पर करीब 10 वर्ष तक चाय बेचकर जीवन चलाया। इसके साथ ही अवतार सिंह कश्मीरी गेट की होने वाली रामलीला में कई किरदार निभाते रहे। वे हर वर्ष विभिन्न किरदारों में भी नजर आते हैं।

उल्लेखनीय है कि 16 मार्च के संस्करण में दैनिक जागरण में इससे संबंधित खबर प्रकाशित हुई थी। इसमें अवतार ¨सह के महापौर बनने की रेस में आगे होने की जानकारी दी गई थी। दक्षिणी निगम में पहली आरक्षित महिला महापौर होंगी सुनीता कांगड़ा दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से भाजपा ने मादीपुर की पार्षद सुनीता कांगड़ा को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया है। उप महापौर पद के लिए राजदत्त गहलोत को जिम्मेदारी दी गई है।

26 अप्रैल को दक्षिणी निगम में महापौर पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। यहां पर भी दोनों पदों पर एक-एक नामांकन हुआ है। इसलिए यहां पर भी दोनों का निर्विरोध चुना जाना तय है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में महापौर पद की प्रत्याशी सामान्य परिवार से हैं। उन्होंने 2012 में भी निगम चुनाव लड़ा था, जिसमें वे तीसरे स्थान पर रहीं। बसपा प्रत्याशी ने उन्हें हरा दिया था। वर्ष 2017 में फिर टिकट मिलने के बाद सुनीता चुनाव लड़ीं और अब महापौर बनेंगी। भाजपा ने यहां पहली बार आरक्षित वर्ग से महिला पार्षद को महापौर बनने का मौका दिया है। 26 अप्रैल को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद वे दक्षिणी निगम में पहली आरक्षित समाज की महिला महापौर बनेंगी।

तीनों महापौर को मिला सम्मान नए महापौर पद के प्रत्याशियों के साथ वर्तमान महापौर के कार्यकाल खत्म होने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इसलिए भाजपा ने तीनों निगम के महापौर को स्थायी समिति के सदस्य का नामांकन करा दिया है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम से आदेश गुप्ता, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम से नरेंद्र चावला और पूर्वी दिल्ली नगर निगम से बिपिन बिहारी ने स्थायी समिति सदस्य पद के लिए नामांकन किया है। चर्चा है कि आने वाले दिनों में महापौर को भी पार्टी की स्थायी समिति के चेयरमैन या नेता सदन की जिम्मेदारी दे सकती है। 


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