पीएमओ के दखल से यूपी के अस्पताल के दो डॉक्टरों पर गैर इरादतन हत्या का केस
हिमाचल प्रदेश की महिला ने दोनों डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पूरे अस्पताल पर मामला दर्ज कराया है।
गाजियाबाद (जेएनएन)। इंदिरापुरम थाना पुलिस ने वैशाली सेक्टर-तीन स्थित मैक्स अस्पताल व उसके दो डॉक्टरों पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब की रहने वाली महिला ने दोनों डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पूरे अस्पताल पर मामला दर्ज कराया है।
मैक्स अस्पताल में दो अप्रैल को इलाज के दौरान महिला के पति की मौत हो गई थी। पीड़ित दीपिका बेदी ने बताया कि उनके पति जतिन एक कंपनी में सीनियर मैनेजर के पोस्ट पर थे। इसी साल 29 मार्च को जतिन के पेट में दर्द उठा। जतिन वैशाली स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती हुए थे।
आरोप है कि वहां पर गलत इलाज किया गया, जिससे उनके पति के शरीर पर संक्रमण से दाने निकल आए। अस्पताल में जतिन की तबीयत ठीक होने की जगह बिगड़ती गई। दो अप्रैल को जतिन की अस्पताल में ही इलाज के दौरान मौत हो गई।
दीपिका का आरोप है कि दो अप्रैल को उनके पति का शव देकर उन्हें बताया गया कि चेचक की वजह से मौत हो गई। उनका आरोप है कि गलत इलाज की वजह से मौत हुई है। वह इस मामले की जांच करवाकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कराना चाहती हैं।
दीपिका ने बताया कि वह पति की मौत के बाद पुलिस और अधिकारियों के चक्कर लगाती रहीं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में और जन सुनवाई पोर्टल पर मामले की शिकायत की। प्रधानमंत्री कार्यालय में उनकी सुनवाई हुई।
मंगलवार को गाजियाबाद के एसएसपी ने उनकी शिकायत दर्ज की। एसएसपी ने इंदिरापुरम थाने में शिकायत भेजी। मंगलवार शाम को उनकी एफआइआर दर्ज हुई।
दीपिका ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर रजत और डॉक्टर प्रकाश के साथ मैक्स अस्पताल को पति की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
दीपिका अपने पति जतिन के साथ वैशाली सेक्टर- छह स्थित रामप्रस्थ सोसायटी में रहती थीं। जतिन की मौत के बाद वह अपने माता-पिता के साथ हिमाचल प्रदेश में रह रही हैं।