महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने वालों पर हो कड़ी कार्रवाई, DCW ने की EC से मांग
दिल्ली महिला आयोग ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे ऐसे नेताओं के खिलाफ कड़े कदम उठाएं जो महिलाओं के खिलाफ टिप्पणियां करते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली महिला आयोग ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वे ऐसे नेताओं के खिलाफ कड़े कदम उठाएं, जो सार्वजनिक मंच पर महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं। आयोग ने यह पत्र हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान की उस टिप्पणी पर संज्ञान लेते हुए लिखा है, जोकि उन्होंने रामपुर में प्रतिद्वंद्वी जयाप्रदा के लिए की थी।
आयोग ने चुनाव आयोग को आदर्श आचार संहिता में बदलाव करने का सुझाव दिया। कहा कि ऐसे प्रावधान लाने चाहिए, जिससे कोई भी दल या व्यक्ति ऐसे बयान न दे जिससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचती है। अगर कोई भी उम्मीदवार या राजनीतिक दल का सदस्य आचार संहिता का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके चुनाव में भाग लेने पर रोक लगा दी जाए।
ऐसे मामलों में चुनाव आयोग तुरंत एफआइआर दर्ज कराए और उस व्यक्ति को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा कि वर्ष 2017 में बेंगलुरु छेड़छाड़ मामले में महाराष्ट्र के विधायक अबू आजमी ने कहा था कि छोटे कपड़े पहनने वाली और बाहर खुलेआम घूमने वाली लड़कियां बलात्कार को आमंत्रण देती हैं।
उस समय दिल्ली महिला आयोग ने एफआइआर दर्ज कराई थी, लेकिन उस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी। राजनीतिक क्षेत्र में जिम्मेदार पदों पर बैठे व्यक्तियों को महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने पर बंदिश लगाई जानी चाहिए। आदर्श आचार संहिता ऐसी किसी भी गतिविधि पर रोक लगाती है, जिससे जाति, समाज, भाषा या धर्म के नाम पर तनाव बढ़े या पैदा हो।
इसमें ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जिससे महिलाओं के खिलाफ गलतबयानी, लिंगसूचक बयानों पर रोक लगती हो, जबकि इसे भी आदर्श आचार संहिता में समाहित करना चाहिए। आयोग यह उम्मीद करता है कि चुनाव आयोग इन सुझावों पर जल्द से जल्द अमल करेगा।