Coronavirus: तब्लीगी जमात के सदस्यों को क्वारंटाइन केंद्रों से छोड़ेगी दिल्ली सरकार
वकील शाहिद अली के माध्यम से दायर याचिका में आरोप लगाया गया कि क्वारंटाइन के नाम पर निरंतर हिरासत में रखना केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए उन तब्दीली जमात के सदस्यों को छोड़ा जाएगा जिनके अंदर कोरोना के संक्रमण नहीं मिले हैं। तब्लीगी जमात के 3300 सदस्यों को रिहा करने की मांग को लेकर दायर याचिका पर शुक्रवार को दिल्ली सरकार ने यह जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई सुनवाई में मुख्य न्यायमूर्ति डीएन पटेल व न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ को दी।
इसके बाद याचिकाकर्ता ने याचिका वापस ले ली। सामाजिक कार्यकर्ता व याचिकाकर्ता सबिहा कादरी ने याचिका में आरोप लगाया था कि कोरोना टेस्ट निगेटिव आने के बावजूद भी तब्लीगी जमात के सदस्यों को 40 दिन से क्वारंटाइन केंद्रों पर रखा गया है। याचिका में कहा गया कि सदस्यों को जाने नहीं दिया जा रहा है। याचिका में 14 दिनों के क्वारंटाइन के दिशानिर्देश का पालन करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग की गई है।
वकील शाहिद अली के माध्यम से दायर याचिका में आरोप लगाया गया कि क्वारंटाइन के नाम पर निरंतर हिरासत में रखना केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। याचिका के अनुसार 31 मार्च को लॉकडाउन के दौरान मरकज हजरत निजामुद्दीन से तब्लीगी जमात के कई सदस्यों को अधिकारियों ने निकाला था और फिर इन्हें दिल्ली के विभिन्न क्वारंटाइन केंद्रों में भेज दिया गया। उनमें से कुछ को विभिन्न मस्जिदों से हिरासत में लिए जाने के कुछ दिनों बाद केंद्रों में भेजा गया।
पड़ोसी ने डॉक्टर से मांगी माफी
वहीं, वसंतकुंज में कोरोना को हराकर वापस लौटी डॉक्टर के साथ पड़ोसी द्वारा हुई अभद्रता के मामले में पुलिस शिकायत के बाद पड़ोसी ने पीडि़त डॉक्टर से माफी मांग ली है। वहीं, आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का कहना है कि सोसायटी में इस तरह की घटना स्वीकार्य नहीं है। वसंत कुंज की डी-6 सोसायटी की आरडब्ल्यूए अध्यक्ष स्नेहलता राठी ने बताया कि घटना के बाद सभी आरडब्ल्यूए अधिकारियों ने मीटिंग कर आरोपित पड़ोसी से माफी मांगने के लिए कहा। जिसके बाद पड़ोसी ने डॉक्टर से घर जाकर माफी मांगी।
बता दें कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद वसंतकुंज स्थित अपने घर पहुंची एक डॉक्टर से उसके पड़ोसी ने अभद्रता की थी और उनके घर को बाहर से बंद कर दिया था। जिसके बाद उन्होने मामले की पुलिस और आरडब्ल्यूए से शिकायत की थी। मामले में पुलिस ने आरोपित के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था।