Nirbhaya Case: मुकेश की याचिका SC से खारिज, जेल प्रशासन पर लगाया था प्रताड़ना का आरोप
2012 Delhi Nirbhaya Case माना जा रहा है कि शुक्रवार सुबह फांसी पर अमल होने के चलते मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बृहस्पतिवार को ही सुनवाई कर सकता है।
नई दिल्ली [माला दीक्षित]। 2012 Delhi Nirbhaya Case: शुक्रवार सुबह होने वाली फांसी से बचने के लिए चारों दोषियों में से एक मुकेश सिंह (Mukesh Singh) ने नया पैंतरा अपनाते हुए फिर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का रुख किया था, लेकिन उसे झटका लगा है। निर्भया के दोषी मुकेश ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दाखिल की है। इस याचिका में तिहाड़ जेल प्रशासन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए जांच एजेंसी से रिकॉर्ड मंगाए जाने की मांग की है। इस पर रजिस्ट्रार जनरल के सामने याचिका का जिक्र करते हुए जल्द सुनवाई की भी मांग की गई है। माना जा रहा है कि शुक्रवार सुबह फांसी पर अमल होने के चलते मुकेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बृहस्पतिवार को ही सुनवाई कर सकता है।
उधर, मुकेश की इस याचिका के चलते दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने फिलहाल उस याचिका पर सुनवाई टाल दी है, जिसमें दोषियों के वकील ने मामले लंबित होने के चलते फांसी टालने की गुहार लगाई है।
यहां पर बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा जारी डेथ वारंट के मुताबिक, शुक्रवार सुबह 5:30 बजे तिहाड़ जेल संख्या- 3 फांसी होनी है।
चारों दोषियों (विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह) को फांसी देने के लिए तिहाड़ जेल पहुंचा जल्लाद पवन बुधवार सुबह से अब कई बार फांसी का ट्रायल कर चुका है।
तिहाड़ जेल संख्या- 3 में जेल के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में ट्रायल हुआ है, ताकि शुक्रवार सुबह होने वाली फांसी में कोई गुंजाइश नहीं रहे।