दिल्ली इमारत हादसाः किरायेदारों ने दो माह में पांच बार मकान मालिक से की थी शिकायत
पिछले दो महीने में पांच बार मकान मालिक धर्मेंद्र व उसके साझीदार सचिन से उसके दफ्तर में जाकर मिले थे और बताया था कि मकान खस्ताहाल हो चुका है।
नई दिल्ली (संजय सलिल)। अशोक विहार के सावन पार्क स्थित हरिजन कॉलोनी में बुधवार को गिरे चार मंजिला मकान में रहने वाले किरायेदार पिछले दो माह से मकान मालिक धर्मेंद्र से शिकायतें कर रहे थे लेकिन, उसने कभी इसे गंभीरता नहीं लिया। वह भी तब जबकि वह खुद मकान में आकर हालत को देख चुका था। हादसे में अपनी पत्नी व दो बच्चे और भाई को खो चुके उमेश ने बताया कि वह तीन साल से मकान में रह रहे थे।
पिछले दो महीने में पांच बार मकान मालिक धर्मेंद्र व उसके साझीदार सचिन से उसके दफ्तर में जाकर मिले थे और बताया था कि मकान खस्ताहाल हो चुका है। हालत ऐसी हो गई थी कि सफाई के दौरान कमरे में एक ओर पानी जमा हो जाता था, जो निकलता नहीं था। इससे लगातार मकान की दीवारों में सीलन पैदा हो रही थी। उनकी शिकायत पर दो बार धर्मेंद्र ने आकर मकान का जायजा लिया था लेकिन, उसने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। वह किरायेदारों से यही कहता रहा कि मकान की हालत ठीक है। आराम से रहो।
उमेश के अनुसार, जब वह मकान खाली करने की बात कहते थे तो धर्मेंद्र कहता था कि एक मकान बनवा रहा है, वहां रखवा देगा। धर्मेंद्र समय पर आकर किराया ले जाता था। उसने अग्रिम राशि भी ले रखी थी, जो लौटा नहीं रहा था। ऐसे में वह मकान खाली नहीं कर पा रहे थे। उमेश हादसे के लिए धर्मेंद्र व सचिन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं। वह कहते हैं कि हादसे में लोगों की मौत धर्मेद्र व सचिन की लापरवाही के कारण हुई। दोनों को कोर्ट से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
छोटे भाई लक्ष्मण की जनवरी में थी
शादी उमेश ने बताया कि मकान में उनके भाई छोटे भाई लक्ष्मण भी साथ में रहते थे। लक्ष्मण की शादी तय हो चुकी थी और अगले साल जनवरी में होनी थी। इसके लिए तैयारियां भी चल रही थीं। लक्ष्मण की होने वाली साली मंजू भी हादसे में घायल हो गई। वह घटना से एक दिन पूर्व ही उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से दिल्ली घूमने के लिए आई थीं। उन्होंने बताया कि वह सुबह सात बजे ही गुजरांवाला टाउन स्थित सैलून पहुंच जाते थे। बुधवार को भी वह सैलून में थे, तभी पड़ोसी महेंद्र ने उन्हें फोन कर घटना की जानकारी दी। वह तुरंत सावन पार्क पहुंचे, जहां उनकी पूरी दुनिया उजड़ चुकी थी।