Delhi Brutal Murder Case: दंपती और तीन बच्चों की हत्या में चौंकाने वाला खुलासा
आरोपित प्रभुनाथ सहयोग नहीं कर रहा है। उससे अभी और पूछताछ की जरूरत है। शनिवार को पूछताछ में उसने साढ़े तीन लाख रुपये के विवाद की बात बताई है।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। भजनपुरा में दंपती और उनके तीन नाबालिग बच्चों की हत्या मामले में गिरफ्तार आरोपित प्रभुनाथ से पूछताछ में हर दिन नई बातें सामने आ रही हैं। अभी तक आरोपित पूछताछ में कह रहा था कि 30 हजार रुपये के लेनदेन का विवाद था, लेकिन शनिवार को उसने कहा कि विवाद साढ़े तीन लाख रुपये का था।
सोनिया विहार में खरीदा था प्लॉट
शंभू ने कुछ समय पहले सोनिया विहार में एक प्लॉट बेचा था। इससे मिली रकम को प्रभुनाथ ने ही ब्याज पर लगवाया था। इसमें से साढ़े तीन लाख रुपये फंस गए थे, जिसे यह रकम दिलाई गई थी, वह न तो ब्याज दे रहा था और न ही मूलधन वापस करने को तैयार था। इसी वजह से विवाद चल रहा था। हालांकि पुलिस अभी इसे अंतिम निष्कर्ष नहीं मान रही है। यह रकम बढ़ भी सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह पूछताछ में पूरी तरह से सहयोग नहीं कर रहा है। प्रभुनाथ की पुलिस हिरासत की अवधि शनिवार को समाप्त हो गई है। पुलिस उसे फिर से रविवार को कोर्ट में पेश करेगी।
कई राज खुलवाना चाहती है पुलिस
जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का कहना है अभी प्रभुनाथ से कई राज खुलवाने हैं। मृतक शंभूनाथ चौधरी का मोबाइल अभी पुलिस को नहीं मिला है। एक सीसीटीवी फुटेज में हत्याकांड को अंजाम देने के बाद प्रभुनाथ शंभू के घर से एक थैला लेकर जाता हुआ नजर आया है। इस थैले में क्या था, इसके बारे में पता नहीं चल पाया है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम कराया गया है, इसलिए उसकी रिपोर्ट आने में समय लग जाएगा।
7 घंटों में पांच हत्याओं को दिया गया अंजाम
इस रिपोर्ट से ही मौत की असली वजह और सटीक समय भी सामने आ पाएगा। शनिवार को पूछताछ के साथ पुलिस आरोपित को लेकर घटनास्थल पर भी गई। यहां करीब तीन घंटे तक पूरी वारदात का सीन रिक्रिएट किया गया। पुलिस यह समझना चाहती थी कि सात घंटे में पांच हत्याओं को बिना किसी शोर-शराबे के उसने अंजाम कैसे दिया। इसके साथ आरोपित के खाते का विवरण भी निकाला गया है।
गौरतलब है कि तीन फरवरी को शंभूनाथ, उनकी पत्नी सुनीता और तीन बच्चों की हत्या की गई थी। गत बुधवार को बदबू आने पर घर से पांचों के शव बरामद किए गए थे। स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विनय यादव और भजनपुरा थानाप्रभारी रामसरूप मीणा व खजूरी थानाप्रभारी पवन कुमार सहित कई टीमों ने मामले की जांच शुरू की और 24 घंटे के भीतर इसे सुलझाते हुए शंभू के ममेरे भाई प्रभुनाथ को गिरफ्तार किया। प्रभुनाथ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। लेकिन पुलिस पूरे मामले की एक-एक परत खंगालना चाहती है।