नवजात को जन्म देकर ठंड में मरने छोड़ गई मां, मगर कुदरत को कुछ और था मंजूर; पढ़िए स्टोरी
डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने बताया कि पीसीआर को सुबह करीब सात बजे जानकारी मिली थी कि महिपालपुर फ्लाईओवर के समीप नवजात बच्ची लावारिस पड़ी हुई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एक मां ने पहचान छिपाने के मकसद से नवजात बच्ची को ठंड में मरने के लिए खुले में छोड़ दिया। इसी बीच पीसीआर वैन में तैनात पुलिसकर्मी बच्ची के लिए देवदूत बनकर आए और उसे बचा लिया। फिलहाल बच्ची को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उसकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है। पीसीआर के डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने मानवता भरे यह कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों के प्रयास की खासी सराहना की है।
महिपालपुर फ्लाईओवर के पास मिली नवाजात बच्ची
डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने बताया कि पीसीआर को चार जनवरी की सुबह करीब सात बजे जानकारी मिली थी कि महिपालपुर फ्लाईओवर के समीप नवजात बच्ची लावारिस पड़ी हुई है। पीसीआर वैन में सवार एएसआइ रविंदर सिंह सहित प्रह्लाद स्वरूप मीणा और भीम सिंह मौके पर पहुंचे।
ठंड के कारण बिगड़ चुकी थी नवजात की तबीयत
पीसीआर कर्मी जब बच्ची के पास पहुंचे तो ठंड के कारण उसकी तबीयत बिगड़ चुकी थी। लिहाजा वे नवजात को कंबल में लपेटकर गाड़ी में ले आए। गाड़ी में ब्लोअर से उसके शरीर के तापमान को सामान्य किया। बाद में उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है। माना जा रहा है कि पहचान छिपाने के लिए किसी महिला ने नवजात को छोड़ दिया होगा। स्थानीय पुलिस बच्ची की मां की तलाश में जुट गई है।