NDMC सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से लुटियन दिल्ली की खूबसूरती पर लगा ग्रहण
एनडीएमसी के प्रमुख पॉश मार्गों पर कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी और जहां-तहां सड़कों पर कूड़ा फेंका। इतना ही नहीं, सांकेतिक तौर पर बिजली-पानी भी बंद कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 के तहत स्वच्छ पालिका परिषद की श्रेणी में पहला स्थान पाने वाली नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की खूबसूरती पर अपने ही कर्मियों की वजह से ग्रहण लग गया। बृहस्पतिवार को एनडीएमसी के प्रमुख पॉश मार्गों पर कर्मचारियों ने हड़ताल की घोषणा कर दी और जहां-तहां सड़कों पर कूड़ा फेंक दिया। इतना ही नहीं, सांकेतिक तौर पर बिजली पानी को भी बंद कर दिया, जिसकी वजह से एनडीएमसी इलाके में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि देर शाम कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा कर दी। दरअसल, एनडीएमसी के छह हजार कर्मचारी लंबे समय से स्थायी करने की मांग कर रहे हैं। इसमें से एक हजार कर्मचारी सफाई कर्मचारी हैं।
एनडीएमसी कर्मचारी ज्वाइंट एक्शन कमेटी के अध्यक्ष रविंद्र भारती ने कहा कि हम लंबे समय से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है। इस वजह से हम लोगों ने हड़ताल का फैसला लिया था।
उन्होंने कहा कि करीब 600 कर्मचारियों की नियुक्ति करुणामूलक आधार पर होनी है, लेकिन प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। एनडीएमसी फेडरेशन यूनियन के अध्यक्ष गंगा राम ने कहा कि हम हड़ताल पर नहीं जाना चाहते थे, क्योंकि कोई हमारी सुनवाई नहीं कर रहा। इस वजह से हमे हड़ताल का फैसला लेना पड़ा।
लंबे समय से कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग चल रही है और दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड के वेतनमान के तहत एनडीएमसी के कर्मचारियों को वेतन दिया जाना चाहिए। हालांकि दिल्ली की सड़कों पर कूड़ा फेंकने पर गंगा राम का कहना है कि हमने कोई कूड़ा नहीं फेंका, बल्कि यह असामाजिक तत्वों का कार्य है।
हमने एनडीएमसी से कहा भी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी के अधिकारियों के साथ हमारी बैठक हुई है, जिसमें अधिकारियों ने हमारी मांगें मान ली है। साथ ही क्रमबद्ध तरीके से एक माह में स्थायी करने की बात कही है।
इसके बाद हड़ताल वापस लेने का फैसला ले लिया गया है। इन सड़कों पर दिखाई दिया कूड़ा बाबा खड्ग सिंह मार्ग, गृह मंत्रालय के सामने, रेल भवन, एनडीएमसी मुख्यालय, कनाट पैलेस, सरोजनी नगर, गोल मार्केट, खान मार्केट व लोधी गार्डन आदि सड़कों पर कूड़ा ही कूड़ा नजर आया।