वीकेंड कर्फ्यू समेत कई तरह के प्रतिबंधों में छूट चाहते हैं दिल्ली के ज्यादातर लोग, सर्वे में सामने आई बात
Delhi Weekend Curfew दिल्ली में हुए एक सर्वे के मुताबिक यहां के लोग कोरोना संक्रमण दर कम होने पर ही पाबंदियों को हटाने के पक्ष में हैं। इनमें सप्ताहांत कर्फ्यू में ढील और बाजारों में दुकानों को खोलने के लिए लगी आड-इवेन की व्यवस्था को खत्म करना भी शामिल है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कम हो रहे कोरोना के मामलों के बीच पिछले एक महीने से भी अधिक समय से जारी प्रतिबंधों में छूट का मुद्दा गरमा रहा है। दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी के साथ भाजपा और कांग्रेस भी प्रतिबंधों में छूट को लेकर सहमत नजर आ रही हैें। दिल्ली में हुए एक सर्वे के मुताबिक, यहां के लोग कोरोना की संक्रमण दर कम होने पर ही पाबंदियों को हटाने के पक्ष में हैं। इनमें सप्ताहांत कर्फ्यू में ढील और बाजारों में दुकानों को खोलने के लिए लगी आड-इवेन की व्यवस्था को खत्म करना भी शामिल है। यह सर्वे एक निजी संस्था लोकल सर्किल ने किया है, जिसमें उसने दिल्ली के 7598 लोगों की राय ली है। इसमें 66 प्रतिशत पुरुष और 34 प्रतिशत महिलाएं शामिल हुए।
संस्था ने सर्वे में लोगों से यह सवाल पूछा था कि सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए सप्ताहांत कर्फ्यू और बाजार को आड-इवन तरीके से खोलने के अलावा अन्य पाबंदियों को कब हटाए। इस पर 11 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोरोना की संक्रमण दर 20 प्रतिशत से नीचे हो, तब पाबंदियां हटानी चाहिए।
वहीं, 26 प्रतिशत लोगों ने संक्रमण दर 10 प्रतिशत से नीचे होने, अन्य 26 प्रतिशत ने संक्रमण दर पांच प्रतिशत से कम होने, 21 प्रतिशत ने दो प्रतिशत और पांच फीसदी ने एक प्रतिशत से कम होने पर पाबंदियां हटाने का समर्थन किया। वहीं, छह प्रतिशत लोगों ने कोई राय नहीं रखी। सर्वे से पता चलता है कि 63 प्रतिशत लोगों का मानना है कि कोरोना को लेकर सप्ताहांत कर्फ्यू में ढील और बाजारों को लेकर लगी पाबंदियां तभी हटानी चाहिए, जब दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर पांच प्रतिशत से कम हो जाए। वहीं छह प्रतिशत ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने इस विषय पर अपनी राय ही नहीं रखी है।