Delhi Violence: तिहाड़ जाएगा मौलाना साद का करीबी अब्दुल अलीम
हिंसा के दौरान दंगे के मुख्य आरोपित राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैजल फारुख से घंटों बात करने के सुबूत कॉल डिटेल्स में मिले हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मरकज मामले में विदेशी फंडिंग को लेकर ईडी के निशाने पर रहे मौलाना मुहम्मद साद के करीबी अब्दुल अलीम के तार दंंगे से भी जुड़ गए हैं। हिंसा के दौरान दंगे के मुख्य आरोपित राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैजल फारुख से घंटों बात करने के सुबूत कॉल डिटेल्स में मिले हैं। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने अलीम से लंबी पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही उसे आरोपित बनाकर क्राइम ब्रांच गिरफ्तार करेगी।
ताहिर और फैजल दोनों तिहाड़ में है बंद
आप के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन और फैजल फारुख को क्राइम ब्रांच दंगे की साजिश रचने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ये दोनों तिहाड़ जेल में बंद हैं और इनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किए जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक अब क्राइम ब्रांच ने अलीम से फैजल और उसके मरकज के साथ संबंधों को लेकर पूछताछ की है।
फैजल के स्कूलों में लगा है साद का पैसा
दरअसल, फैजल के सभी स्कूलों में मौलाना मुहम्मद साद का पैसा लगे होने की जानकारी क्राइम ब्रांच को मिली है। बताया जाता है कि यह पैसा अलीम के माध्यम से ही फैजल के स्कूलों में लगाया गया है। यही नहीं फैजल की अन्य संपत्तियों में अलीम ने पैसा लगवाया है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने जब पड़ताल की तो उसमें दंगे से भी तार जुड़े होने का पर्दाफाश हुआ है।
एक सप्ताह की कॉल डिटेल में चला पता
अलीम के केवल एक सप्ताह की कॉल डिटेल से पता चला है कि उसने दंगे से पूर्व और दंगे के दौरान कई बार फैजल से बात की थी। इस बीच उसके कई-कई घंटे तक बातचीत करने के सुबूत मिले हैं। इतनी लंबी बात क्या हुई थी। क्राइम ब्रांच उससे सख्ती से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि दंगे के दौरान दोनों के बीच क्या बात हुई। सूत्र बताते हैं कि क्राइम ब्रांच ने उसे आरोपित बनाने के साथ ही गिरफ्तार करने की तैयारी भी शुरू कर दी है।
बता दें कि दैनिक जागरण ने जून में ही 'फैजल के स्कूल की नींव का पत्थर है साद की दौलत' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें यह स्पष्ट कर दिया था कि अलीम के जरिये साद ने फैजल के स्कूलों और अन्य संपत्ति में अपनी काले धन का निवेश किया है। अलीम साद का रिश्तेदार है और विदेशी फंडिंग से लेकर मरकज के जुड़ा पूरा वित्तीय लेनदेन उसी के माध्यम से होता है। उसकी भतीजी की शादी साद के बेटे के साथ हुई है। साद ने मरकज के प्रबंधन का सारा काम उसी को सौंप रखा है।