मंडलायुक्त मनीषा सक्सेना ने सरकार को दिया जवाब, बेबाकी से रखी अपनी बात
मनीषा ने साफ किया कि उन्होंने स्कूल में बाहरी लोगों की घटना का जिक्र मुख्य सचिव से मारपीट की घटना को लेकर किया था।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दैनिक जागरण में साक्षात्कार देने को लेकर विधानसभा में उठे मुद्दे पर दिल्ली की मंडलायुक्त मनीषा सक्सेना ने बेबाकी से अपनी बात रखी। मनीषा ने साफ किया कि उन्होंने स्कूल में बाहरी लोगों की घटना का जिक्र मुख्य सचिव से मारपीट की घटना को लेकर किया था। उनका जवाब सदन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पढ़ा, लेकिन न तो सिसोदिया और न ही सत्ता पक्ष उनके जवाब से संतुष्ट हुआ।
ऑफिसर्स गैलरी में मनीषा सक्सेना भी मौजद रहीं
सिसोदिया ने मंडलायुक्त के जवाब पर अपनी ओर से सफाई दी। सत्तापक्ष ने जांच के लिए इस मामले को विधानसभा की कमेटियों को सौंपने की मांग की। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने मामले को जांच के लिए प्रश्न एवं संदर्भ समिति तथा विशेषाधिकार समिति को सौंप दिया है। विधानसभा के सदन की ऑफिसर्स गैलरी में 1996 बैच की आइएएस अधिकारी मनीषा सक्सेना भी मौजद थीं।
ज्वाइंट फोरम की प्रमुख सदस्य हैं मनीषा
मनीषा सक्सेना आइएएस एसोसिएशन और सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे ज्वाइंट फोरम की प्रमुख सदस्य हैं। सरकार और अधिकारियों के बीच चल रहे टकराव पर पांच मार्च को उन्होंने दैनिक जागरण में साक्षात्कार दिया था। इसको लेकर सरकार नाराज है।
खबरें भी प्रकाशित हुई थीं
'आप' विधायक गुलाब सिंह ने साक्षात्कार को लेकर विधानसभा में सवाल पूछे थे। जवाब में मनीषा सक्सेना ने कहा कि उन्होंने स्कूल में घुसकर मारपीट किए जाने की घटना का जिक्र 19 फरवरी को मुख्य सचिव के साथ की गई मारपीट के संदर्भ में किया था। स्कूल की इस घटना के बारे में अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुई थीं।
उपराज्यपाल को पत्र लिखा था
मंडलायुक्त ने मनीष सिसोदिया को संबोधित करते हुए कहा कि उसी नरेला के स्कूल के बारे में शिक्षकों के साथ की घटना के बारे में आप ने भी जिक्र किया था और शिक्षकों की सुरक्षा को लेकर उपराज्यपाल को पत्र लिखा था। सिसोदिया ने जवाब में शिक्षकों वाली घटना को मंडलायुक्त की कल्पना बताया।
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