उसने मांगी मदद, लेकिन मिली मौत, पढ़ें दिलदहला देने वाली कहानी
मामले के जांच अधिकारी प्रवीन के अनुसार डबुआ कॉलोनी निवासी मनीष का 20 वर्षीय बेटा पवन मधुमेह(शुगर) का मरीज था। हाईलेवल की वजह से वह इंसुलिन लेता था।
फरीदाबाद, जेएनएन। वह जमीन पर पड़ा कराह रहा था। सामने से गुजरते दस-दस साल के दो बच्चे दिखे तो उसने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया। एक बच्चे का पैर पकड़ लिया। बच्चे डर गए, उन्होंने पत्थर उठाया उसे मारा और फिर आगे बढ़ गए। युवक खून से लथपथ था। पूस की सर्द रात और उस पर आसमान से बारिश के रूप में बरसती मौत से वह रात भर लड़ता रहा, लेकिन अंत में हार गया। मंगलवार सुबह बाटा पुल के नीचे पवन नामक युवक का शव मिला तो थाना कोतवाली पुलिस ने दोनों बच्चों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें पकड़ लिया। शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है। बच्चों से पूछताछ जारी है।
शुगर का मरीज था
मामले के जांच अधिकारी प्रवीन के अनुसार डबुआ कॉलोनी निवासी मनीष का 20 वर्षीय बेटा पवन मधुमेह(शुगर) का मरीज था। हाईलेवल की वजह से वह इंसुलिन लेता था। पवन शनिवार को बंगला साहिब जाने की बात कहकर घर से निकला था। मंगलवार सुबह कोतवाली थाना पुलिस को पता लगा कि एक युवक खून से लथपथ बाटा पुल के नीचे पड़ा है। पुलिस मौके पर पहुंची, देखा तो युवक की मौत हो चुकी है। शव की शिनाख्त कराई गई, परिजन मौके पर आए।
बच्चे बोले, पैर पकडऩे पर हम डर गए थे
जांच और पूछताछ शुरू की तो पता चला कि 10-10 साल के दो बच्चों को युवक के पास देखा गया था। इधर भीड़ लग चुकी थी, तो वही दोनों बच्चे भी मौके पर अपने आप पहुंचे। और जानकारी भी दी कि घटना कैसे हुई। पुलिस के अनुसार पूछताछ में यह बात सामने आई कि बच्चों ने रात करीब दस बजे पवन को यहां सड़क पर पड़ा देखा था।
पवन बोलने और खड़े होने में असमर्थ था। जब दोनों बच्चे वहां से गुजर रहे थे तो पवन हाथ बढ़ाते हुए पेट के बल सरक रहा था। शायद बच्चों से मदद के लिए कहा रहा था। इस दौरान उसने एक बच्चे का पैर पकड़ लिया। बच्चे डर गए और वहां पड़े पत्थर उसके सिर में मारे और दोनों भाग गए। चूंकि रात में बारिश होती रही, इसलिए किसी और का आना-जाना इस मार्ग से नहीं हुआ। रातभर खून निकलने की वजह से पवन ने दम तोड़ दिया।